पाकिस्तानी हाकी दिग्गजों ने भी माना था शाहिद के फन का लोहा

Wednesday, Jul 20, 2016 - 03:06 PM (IST)

नई दिल्ली: ‘‘मैं शाहिद से कहता था कि तुम हमारी टीम में आ जाआे तो पाकिस्तान को दुनिया की कोई टीम नहीं हरा सकती और वह यही बात मेरे लिए कहता था ।’’ यह कहना है पाकिस्तान के महान सेंटर फारवर्ड हसन सरदार का जिनकी मैदान पर मोहम्मद शाहिद से कड़ी प्रतिद्वंद्विता थी और मैदान के बाहर दोनों जिगरी दोस्त थे।   भारत के महानतम हाकी खिलाड़ियों में शुमार शाहिद का लंबी बीमारी के बाद आज यहां निधन हो गया। 

 
लास एंजीलिस आेलिंपिक (1984) में स्वर्ण पदक विजेता पाकिस्तानी टीम के सदस्य सरदार ने 1982 में नयी दिल्ली एशियाई खेलों के फाइनल में भारत के खिलाफ हैट्रिक लगाकर पाकिस्तान की 7.1 से जीत में सूत्रधार की भूमिका निभाई थी । सरदार ने कराची से भाषा से बातचीत में कहा कि मैं हमेशा शाहिद से कहता था कि तुम पाकिस्तानी टीम में आ जाआे तो दुनिया की कोई टीम हमें नहीं हरा सकती । वह मुझसे कहता था कि तुम भारत की टीम में आ जाआे तो हम पूरी दुनिया को हरा देंगे । उसके जैसे खिलाड़ी बिरले ही होते हैं जिनके पास ड्रिबलिंग कौशल भी हो और रफ्तार भी।
 
उन्होंने बताया कि मैदान के बाहर वह जितने करीबी दोस्त थे, मैदान पर उतने ही कट्टर दुश्मन। उन्होंने कहा कि चूंकि हम अपने अपने देश के लिये खेलते थे तो मैदान के भीतर मकसद एक दूसरे को हराने का ही होता था लेकिन मैदान से बाहर आने के बाद हम दोस्त थे। शाहिद जितना आला दर्जे का खिलाड़ी था, उतना ही उम्दा इंसान भी था। हमने बहुत अच्छे दिन साथ गुजारे। दिल्ली एशियाड में पाकिस्तान के कप्तान रहे समीउल्लाह ने बताया कि उन्होंने फाइनल में मोहम्मद शाहिद और जफर इकबाल की जोड़ी को रोकने के लिये खास रणनीति बनाई थी।  
 
Advertising