खेल संस्कृति को सिर्फ सरकार बढ़ावा नहीं दे सकती: गोयल

Sunday, Sep 03, 2017 - 06:10 PM (IST)

नई दिल्ली: निवर्तमान खेल मंत्री विजय गोयल ने खेल एवं युवा मामलों के मंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल को सफल बताते हुए कहा कि सरकार अकेले देश में खेल संस्कृति का निर्माण नहीं कर सकती। आज मंत्रिमंडल विस्तार में खेल मंत्रालय की जगह संसदीय कार्य राज्य मंत्री का प्रभार दिए जाने पर गोयल ने कहा, ‘‘अगर प्रधानमंत्री मुझे किसी और मंत्रालय की जिम्मेदारी देना चाहते है तो मुझे वह स्वीकार करना होगा। अगर मेरा कामकाज अच्छा नहीं होता तो वह मुझे मंत्रालय से हटा देते लेकिन मेरा कार्यकाल सफल रहा इसलिये मुझे दूसरे मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई।’’

गोयल ने कहा कि उन्होंने अपने 13 महीने के कार्यकाल में भारतीय खेल व्यवस्था में साकारात्मक बदलाव लाने के लिए काम किया। जुलाई 2016 में खेल मंत्रालय का प्रभार संभालने वाले गोयल ने अपनी उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि देश में खेल संस्कृति का विकास हो लेकिन यह काम सरकार अकेले नहीं कर सकती। घर में अभिभावकों और स्कूल में शिक्षकों को बच्चों को खेल के प्रति प्रोत्साहित करना होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मेरे कार्यकाल में हर हितधारक का ध्यान रखकर मंत्रालय ने (लंबित) खेल संहिता को तैयार करने में काफी प्रगति की है। यह अभी उच्च न्यायालय के पास है, हमें जल्द ही इसके कार्यान्वयन को देखना चाहिए। हमने ओलंपिक कार्य बल बनाया जिसमें कुछ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं। वे उम्दा सुझाव देते हैं, जो खेलों को आगे ले जाने में मदद कर सकता है। राष्ट्रीय प्रतिभा खोज पोर्टल भी मंत्रालय की अच्छी पहल में से एक है।’’

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