डेविस कप में ‘बेस्ट ऑफ 5’ बरकरार

Friday, Aug 04, 2017 - 01:34 PM (IST)

नई दिल्लीः डेविस कप के एकल मैचों में ‘बेस्ट ऑफ फाइव सेट’ खेल प्रारूप को बदलकर तीन सेटों के करने का निर्णय सर्वसम्मति से पास नहीं होने के बाद टूर्नामेंट में पुराने प्रारूप को ही बरकरार रखा जाएगा। अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ(आईटीएफ) ने इसकी जानकारी दी है। टेनिस की वैश्विक संस्था के बोर्ड निदेशकों ने सर्वसम्मति से पहले पुरूषों के डेविस कप और महिलाओं के फेड कप में बदलाव करने की कई सिफारिशें दी थीं जिसमें पुरूषों के टूर्नामेंट में‘बेस्ट ऑफ थ्री सेट’खेलना भी शामिल था।   

हालांकि विएना के हो ची मिन्ह शहर में आईटीएफ की सालाना आम बैठक में तीन सेटों के निर्णय को जरूरी वोट नहीं मिल सके। डेविस कप में बेस्ट ऑफ थ्री सेट की सिफारिश को सदस्यों से 63.54 प्रतिशत वोट मिले लेकिन इसे पास कराने के लिये सदस्यों से दो तिहाई मतों की जरूरत थी जिसके बाद अब टूर्नामेंट में पुराना बेस्ट ऑफ 5 सेटों का फार्मूला ही पहले की तरह बरकरार रहेगा। आईटीएफ अध्यक्ष डेविड हगार्ती ने एक बयान में कहा कि हम एजीएम के निर्णय का सम्मान करते हैं लेकिन हमें इस बात का दुख है कि सदस्य राष्ट्रों ने डेविस कप और फेड कप में बदलावों की सभी सिफारिशों को अपनी स्वीकृति नहीं दी है। हमारा मानना था कि ये बदलाव इन ऐतिहासिक टूर्नामेंटों के भविष्य के लिये जरूरी थे। लेकिन हम आगे भी राष्ट्रीय संघों और अन्य पक्षों के साथ मिलकर दोनों टूर्नामेंट में बदलावों के लिये काम करते रहेंगे।  

एजीएम ने हालांकि डेविस और फेड कप में फाइनलिस्टों को उनकी पसंद से अगले वर्ष पहले राउंड के मुकाबलों को आयोजित करने के प्रस्ताव को पास कर दिया है। साथ ही मैच कोर्ट और अभ्यास कोर्ट की जरूरतों को कम करने पर भी सहमति दे दी गयी है ताकि राष्ट्रीय संघों पर मेजबानी के खर्चे का अधिक बोझ न पड़े। सदस्य राष्ट्रों ने साथ ही डेविस कप से पहले खिलाड़यिों के लिये ड्रा, ड्रा के बाद संवाददाता सम्मेलनों में हिस्सा लेने और आधिकारिक लंच का हिस्सा बनने जैसी प्रतिबद्धतों को भी समाप्त करने का प्रस्ताव पास कर दिया है जिससे टेनिस खिलाड़यिों को काफी राहत मिल सकती है। 


 

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