इतिहास रचने वाली सायना कभी लेना चाहती थी संयास!

punjabkesari.in Monday, Aug 17, 2015 - 05:30 PM (IST)

नई दिल्ली: विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचकर इतिहास रचने वाली बैडमिंटन स्टार सायना नेहवाल गत वर्ष एक समय अपने प्रदर्शन से इतनी निराश हो गई थी कि वह खेल को ही छोडऩेे के बारे में सोचने लगी थी। विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय सायना को जकार्ता में फाइनल में विश्व की नंबर एक खिलाड़ी स्पेन के कैरोलिना मारिन से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा। इसके बावजूद उन्होंने यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय होने का गौरव अपने नाम कर लिया।  

अपने इस ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद सायना ने एक टीवी चैनल से विशेष बातचीत में कहा, ‘मैं गत वर्ष अपने प्रदर्शन से इस कदर निराश हो गई थी कि मैं खेल को छोडऩे के बारे में सोचने लगी थी। मैं जिस तरह का प्रदर्शन कर रही थी वह ऐसा नहीं था जो मैं करना चाहती थी। मुझे परिणाम नहीं मिल रहे थे और इसका असर मुझपर शारीरिक और मानसिक रूप से दिखाई दे रहा था।’

विश्व की दूसरे नंबर की खिलाड़ी सायना ने कहा, ‘ऐसे समय में मैंने अपना बेस बदलकर विमल सर के पास जाने का फैसला किया। यह एकदम लिया गया निर्णय था। मैंने तब सोचा था कि खराब दौर से गुजरने के लिये मुझे कुछ करना है और मैंने विमल सर से बात की और उनके पास जाने का फैसला किया। इस परिवर्तन का निश्चित रूप से मुझे फायदा मिला।’ 


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