इन क्रिकेट सीरीज का खतरे में पड़ सकता है भविष्य!

Thursday, Jul 30, 2015 - 02:40 PM (IST)

लंदन: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद् (आईसीसी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड रिचर्डसन ने द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज के भविष्य पर चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि यदि ऐसी क्रिकेट सीरीज का बेहतर प्रचार नहीं किया गया तो उनका भविष्य खतरे में आ जाएगा।  
 
रिचर्डसन ने आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच होने वाली एशेज सीरीज और भारत के अन्य बड़े क्रिकेट टूर्नामेंटों के अलावा द्विपक्षीय सीरीज के भविष्य को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आईपीएल, बिग बैश लीग, कैरेबियन प्रीमियर लीग जैसी घरेलू ट्वंटी 20 क्रिकेट ली की ओर क्रिकेट फैन्स और ब्रॉडकास्टर अधिक आकर्षित हो रहे हैं जिससे द्विपक्षीय सीरीज की लोकप्रियता घटी है। 
 
आईसीसी अधिकारी ने कहा कि एशेज टेस्ट सीरीज की अपनी पारंपरिक और सांस्कृतिक पहचान है। उसके अलावा भारत और अन्य टॉप क्रिकेट टीमों के बीच होने वाली अन्य क्रिकेट सीरीज के प्रति दर्शक और क्रिकेट प्रशंसक आकर्षित होते हैं लेकिन ज्यादातर अन्य क्रिकेट सीरीज में दर्शक संख्या लगातार घट रही है। ऐसी सीरीज से राजस्व में भी कोई खास बढौत्तरी नहीं हो रही है। 
 
उन्होंने बताया कि जून में बारबाडोस में हुई आईसीसी की वार्षिक बैठक में यह मुद्दा एक बार फिर से प्राथमिकता से उठाया गया था और उम्मीद है कि अक्टूबर में होने वाली आईसीसी बोर्ड की बैठक में भी इस मुद्दे पर चर्चा की जायेगी। रिचर्डसन ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का परि²श्य पिछले कुछ वर्षों के भीतर बदला है और खासतौर से आईपीएल, बिग बैश लीग और सीपीएल जैसे घरेलू ट्वंटी-20 टूर्नामेंट के आयोजित होने के बाद से इसमें बड़ा बदलाव आया है। इन क्रिकेट सीरीज को विश्व भर से फैन्स का समर्थन मिल रहा है और ब्राडकास्टर, प्रायोजक तथा अन्य सहयोगी भी इसी ओर ध्यान दे रहे हैं।’  
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