कानित्कर ने क्रिकेट को कहा अलविदा

punjabkesari.in Thursday, Jul 02, 2015 - 04:03 PM (IST)

मुंबई: पूर्व भारतीय अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेटर रिषिकेश कानित्कर ने क्रिकेट करियर पर विराम लगाते हुए संन्यास ले लिया है। लेकिन उन्होंने भविष्य में कोङ्क्षचग की इच्छा जतायी है।  
 
भारत की ओर से दो टेस्ट और 34 एकदिवसीय मैच खेलने वाले कानित्कर ने 3 साल के अपने अंतरराष्ट्रीय कॅरियर के बाद वर्ष 2000 से घरेलू क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। 40 वर्षीय बायें हाथ के बल्लेबाज और पार्ट टाइम ऑफ स्पिनर ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) के समक्ष कोच बनने की इच्छा जताते है। उन्होंने कहा है कि वह कोचिंग  को लेकर उत्साहित हैं और यदि मौका मिला तो बेहतर परिणाम देने की कोशिश करेंगे। 
 
 वर्ष 2013 में राजस्थान टीम की ओर से खेलने वाले पुणे में जन्मे कानित्कर ने कहा कि अपने क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला उन्होंने फील्डिंग चुनौतियों के बाद लिया था। कानित्कर ने कहा, ‘‘बल्लेबाजी का शौक मुझमें अब भी है लेकिन मैदान पर फील्डिंग को लेकर एक प्रेरणा की आवश्यकता है क्योंकि पिछले काफी समय से मैं इससे अलग हूं।’’  
 
कोचिंग के बारे में कानित्कर ने कहा, ‘‘ कोचिंग के लिये मैं पहले से बहुत उत्सुक हूं और यदि मुझे किसी टीम के साथ कोचिंग करने का मौका मिलता है तो यह मेरे लिये भी बहुत सीखने वाला अनुभव होगा। मैं चाहता हूूं कि मैं मीडिया में क्रिकेट समीक्षक के तौर पर भी काम करुं। यह दो चीजें मेरे एजेंडे में हैं जो बिल्कुल वैसे है जैसे कोई डॉक्टर 20 वर्षाें तक चिकित्सा क्षेत्र में काम करने के बाद सलाहकार बन जाता है।’’  
 
रणजी क्रिकेट में आठ हजार रन पूरे करने वाले कुल तीन क्रिकेटरों में से एक कानित्कर के नाम 28 शतक दर्ज हैं। एलीट और प्लेट लीग खिताब अपने नाम करने वाले वह एकमात्र कप्तान हैं। वह महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान की ओर से खेल चुके हैं। कानित्कर ने हाल ही में अंडर-19 क्रिकेटरों के लिये बीसीसीआई के ईस्ट जोन रीजनल कैंप का आयोजन किया था। 
 

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