सेक्स नहीं, तो क्रिकेट टीम में जगह नहीं!

Sunday, May 24, 2015 - 01:35 PM (IST)

कोलंबो: श्रीलंकाई राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम में जगह पक्की करने के लिये खिलाड़यिों के अधिकारियों के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाने के आरोपों की खेल मंत्रालय की जांच में पुष्टि हुई है। श्रीलंकाई क्रिकेट में तहलका मचा देने वाले इस मामले की पुष्टि स्वयं श्रीलंका के खेल मंत्रालय ने की है। मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रीय महिला टीम में खिलाड़यिों को उनकी जगह पक्की करने के लिये अधिकारियों के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाने के लिये मजबूर किया जाता था। श्रीलंका के सबसे लोकप्रिय खेल क्रिकेट को दागदार करने वाला यह मामला नवंबर में सामने आया था। 

इस मामले के सामने आने के बाद उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश निमल दिशानायके की अध्यक्षता में तीन सदस्यी समिति का गठन किया गया था जिसने बुधवार को खेल मंत्रालय के सामने अपनी रिपोर्ट पेश की। खेल मंत्रालय ने एक बयान में इसकी जानकारी देते हुये कहा, समिति ने अपनी जांच में पाया है कि श्रीलंका महिला क्रिकेट टीम प्रबंधन के कई सदस्यों ने खिलाडिय़ों के साथ यौन उत्पीडऩ किया है। इस मामले में प्रबंधन के कई सदस्य शामिल थे।’’ 
 
मंत्रालय ने कहा, सरकार आरोपी पाए गए सभी सदस्यों के खिलाफ इस पूरे मामले में अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।’’ हालांकि श्रीलंकाई सरकार ने अपनी रिपोर्ट में किसी नाम का खुलासा नहीं किया है और न ही फिलहाल यह साफ किया है कि दोषियों के खिलाफ किस तरह की कार्रवाई की जाएगी।
 
 गौरतलब है कि अक्टूबर नवंबर में स्थानीय मीडिया ने महिला टीम की कुछ सीनियर खिलाड़यिों के हवाले से खबर प्रकाशित की थी कि राष्ट्रीय टीम में जगह पक्की करने के लिये महिला खिलाड़यिों को सीनियरों के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाने के लिये मजबूर किया जाता है और ऐसा नहीं करने पर खिलाड़ी को टीम से बाहर कर दिया जाता है। 
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