महामुकाबले में ‘फाइट’ कम ‘हाइप’ ज्यादा थी: अखिल

punjabkesari.in Wednesday, May 06, 2015 - 02:30 PM (IST)

नई दिल्ली: भारत के सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाजों में से अखिल कुमार का मानना है कि अमेरिका के फ्लॉयड मेवेदर जूनियर और फिलीपींस के मैनी पैक्याओ के बीच महामुकाबले में फाइट कम और हाइप ज्यादा थी। अखिल ने कहा कि मैंने यह मुकाबला देखा था लेकिन मुझे फाइट ज्यादा असरदार नहीं दिखी। इसमें दिखावा और हुड़दंग ज्यादा था। अगर मुक्केबाजी के असली मुकाबलों की बात की जाए तो शुगर रे, मोहम्मद अली और रॉकी जूनियर के मुकाबलों को यदि आज भी देखा जाए तो आप रोमांचित हो जाएंगे।

मेवेदर ने 12 राउंड के ‘सदी के महामुकाबले’ के नाम से प्रचारित इस फाइट में जीत हासिल की थी जिससे उन्हें छह करोड़ की बेल्ट और 950 करोड़ रुपए मिले थे जबकि पैक्याओ को 636 करोड़ रुपए मिले थे। यह पूछने पर कि क्या वह प्रोफेशनल बाक्सिंग में उतरना चाहेंगे तो अखिल ने कहा कि मेरा प्रोफेशनल बाक्सिंग में उतरने का कोई इरादा नहीं है। मेरी उम्र 34 की साल हो चुकी है और प्रोफेशनल बाक्सिंग के लिए यह आदर्श उम्र नहीं है। हां यदि 2004 एथेंस ओलंपिक के समय ऐसा कुछ हुआ होता तो मैं जरूर प्रोफेशनल बाक्सिंग में उतरता लेकिन अब मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं है।’’

वर्ष 2006 के मेलबोर्न राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले और 2008 के बीजिंग ओलंपिक में विश्व चैंपियन को हराने के बावजूद पदक से एक कदम दूर रह गए अखिल 2016 में होने वाले रियो ओलंपिक में उतरने का लक्ष्य रखते हैं। वह इसके लिए कड़ी तैयारी कर रहे हैं और उनका मानना है कि यदि प्रयास कामयाब रहा तो वह निश्चित ही रियो में खेलेंगे।

हरियाणा पुलिस में डीएसपी पद पर तैनात अखिल अपनी कामयाबी और अपने व्यक्तित्व में सुधार का श्रेय अपनी पत्नी पूनम को देते हैं जो एनआईएस पटियाला में मुक्केबाजी कोच है। अखिल ने कहा कि पूनम का उच्च शिक्षा प्राप्त होना मेरे लिए वरदान रहा है। उन्होंने मुझे काफी बदला है और वह मेरी तमाम दिनचर्या का संतुलन बनाए रखती है जिससे मेरे जीवन में संतुलन आया है। मैं यह भी मानता हूं कि एक खिलाड़ी को शिक्षा को खेल के साथ ही बराबर का महत्व देना चाहिए क्योंकि शिक्षा जीवन में बहुत जरूरी है।’’

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