डोपिंग के दोषी खिलाड़ियों के कोच को भी निलंबित करना जरूरी : मिल्खा

punjabkesari.in Thursday, Apr 02, 2015 - 11:36 AM (IST)

नई दिल्ली: अपने जमाने के दिग्गज एथलीट मिल्खा सिंह ने खेलों में डोपिंग को कैंसर करार देते हुए आज कहा कि केवल प्रतिबंधित दवाईयों लेने वाले खिलाड़ी ही नहीं बल्कि उसके कोच और संबंधित डाक्टर को भी निलंबित किया जाना चाहिए। 
 
 उड़न सिख ने आज यहां मिल्खा श्योरफिट फिटनेस कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए कहा, डोपिंग खेलों में कैंसर की तरह है। सरकार और खेल संघों को इस पर सख्त रवैया अपनाना चाहिए। खिलाड़ी ही कोच और डाक्टरों को भी निलंबित किया जाना चाहिए क्योंकि यह सब इनकी देखरेख में होता है। 
 
 भारत के कई खिलाड़ी विशेषकर भारोत्तोलक पिछले कुछ वर्षों में डोपिंग में पकड़े जाते रहे हैं। केरल में हाल में हुए राष्ट्रीय खेलों के दौरान भी कुछ खिलाड़ी प्रतिबंधित दवाईयों के सेवन के दोषी पाये गए थे। मिल्खा ने इसके साथ ही कहा कि यदि देश आजादी के 6 दशक से भी अधिक से बाद दूसरा मिल्खा  तैयार नहीं कर पाया है तो उसके लिए काफी हद तक भारतीय एथलेटिक्स संघ भी दोषी है जो कि अपने काम के प्रति संजीदा नहीं है।  
 
उन्होंने कहा कि हमारी जनसंख्या 120 करोड़ से अधिक है लेकिन हम पिछले 60 साल से दूसरा मिल्खा पैदा नहीं कर पाये। इससे मुझे दुख होता है। इसकी वजह यह है कि हमारे खिलाड़ी, हमारे कोच और हमारी एसोसिएशन संजीदा नहीं हैं।  रोम ओलंपिक 1964 में मामूली अंतर से पदक से चूकने वाले 86 वर्षीय मिल्खा ने कहा, मैं चाहता हूं कि मैं जो नहीं कर पाया वह कोई और करे। मैं भारत को ओलंपिक में एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीतते हुए देखने के लिए जीवित रहना चाहता हूं। 

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