1987 के बाद पहली बार फाइनल में नहीं होगी एशियाई टीम

Friday, Mar 27, 2015 - 04:00 PM (IST)

कराची: पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटरों ने भारत की आस्ट्रेलिया के हाथों सेमीफाइनल में 95 रन की हार के बाद किसी भी एशियाई टीम के विश्व कप फाइनल में जगह नहीं बनाने पर निराशा जताई।  
 
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने कहा कि यह 1987 के बाद पहला अवसर है जबकि कोई एशियाई टीम फाइनल में नहीं पहुंच पाई और इससे पता चलता है कि दक्षिण एशियाई टीमों को क्रिकेट के बदलते स्वरूप के साथ आगे बढऩे के लिए कितना काम करने की जरूरत है।  पूर्व टेस्ट बल्लेबाज मोहम्मद यूसुफ ने कहा कि एशियाई टीमों को सीमित आेवरों को खेलने का अपना तरीका बदलने की जरूरत है।  
 
उन्होंने कहा कि हमारे दिनों की तुलना में काफी बदलाव आ गया है। आज कल हम आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की तरफ से जिस तरह की आक्रामक बल्लेबाजी देख रहे हैं उसकी बराबरी हमारे खिलाडिय़ों को करनी होगी। मानसिक दृष्टिकोण बदलना होगा। पूर्व टेस्ट सलामी बल्लेबाज मोहसिन खान ने कहा कि एेसा लग रहा था कि भारत आस्ट्रेलिया को हरा सकता है क्योंकि वह अच्छी फार्म में है लेकिन आस्ट्रेलिया ने आज बेहतर खेल दिखाया और दबाव को अच्छी तरह से झेला। 
 
पूर्व टेस्ट स्पिनर अब्दुल कादिर ने कहा कि बल्लेबाजी भी काफी बदल गई है और जब पिच से कोई टर्न या उछाल नहीं मिले तो स्पिनर भी संघर्ष करेंगे। भारत की पूरी रणनीति अपने दो स्पिनरों पर आधारित थी। आस्ट्रेलियाई टीम ने परिस्थिति को बेहतर समझा। 
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