...जब मैदान पर ही फूट फूट कर रोने लगे ये खिलाड़ी

Sunday, Feb 01, 2015 - 04:06 PM (IST)

नई दिल्ली:  खेल के मैदान में अकसर ही ऐसे लम्हें देखे जाते है जिसे देखकर खिलाड़ी अपने भावनाओं पर काबू नहीं कर पाते और आंखों से आंसू छूट ही जाते है। चाहे वह लम्हा जीत का हो या फिर वह हार का हो। 
 
ऐसा ही लम्हा क्रिकेट के मैदान में कई बार देखा गया जिससे खिलाड़ी अपने आंसूओं को काबू नहीं कर पाए। अगर वर्ल्ड कप 2015 का फाइनल मैच की बात करें तो उसमें भी भारतीय टीम के खिलाड़ी फूट-फूट कर रोने लगे थे। 
 
क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर जिन्होंने अपने करियर में कई बार ऐसे पल देखे जब उनके आसूं रुक नहीं पाए। इनमें कभी खुशी के आंसू थे तो कभी हार के आसूं।  एशिया कप में बांग्लादेश के खिलाफ उन्होंने अपना 100वां अंतरराष्ट्रीय शतक पूरा 
करते ही रोने लगे।  दर्शकों का अभिवादन स्वीकार करते समय उनके आंसू बह निकले। 2011 वर्ल्ड कप जीतने के बाद भी उनके आंसू निकल आए लेकिन ये आंसू खुशी के थे जिसमें पूरा देश उनके साथ रोया था।
 
भारतीय क्रिकेट के युवा सितारे विराट कोहली के आसूं उस समय आए जिस समय 2012 के श्रीलंका में हुए टी20 वर्ल्ड कप के दौरान कोहली फूट फूटकर रोए। यूं कि भारत को सेमीफाइनल में जाने के लिए दक्षिण अफ्रीका को बड़े अंतर से हराना था लेकिन भारत ऎसा नहीं कर पाया और जैसे ही प्रोटीज टीम ने उस आंकड़े को पार किया तो सीमारेखा के पास मौजूद कोहली रोने लगे। इसी तरह ऐसे मोड़ अकसर ही क्रिकेटरों के जीवन में आते रहते है। 
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