आगरकर बने मुंबई क्रिकेट चयन समिति के नए अध्यक्ष

Saturday, May 27, 2017 - 04:37 PM (IST)

मुंबई: पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज अजीत आगरकर को मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) की चयन समिति का नया अध्यक्ष बनाया गया है। आगरकर अब मुंबई की सीनियर और अंडर-23 टीमों के लिये मुख्य चयनकर्ता होंगे। एमसीए की क्रिकेट सुधार समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया। पूर्व क्रिकेटरों नीलेश कुलकर्णी, जतिन परांजपे और सुनील मोरे को भी सीनियर चयन समिति में जगह दी गयी है। 39 वर्षीय आगरकर मिङ्क्षलद रेगे की जगह लेंगे और उनका कार्यकाल तीन वर्ष के लिये होगा।  

1998 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने अंतरराष्ट्रीय वनडे करियर की शुरुआत करने वाले आगरकर ने इसी वर्ष जिम्बाब्वे के खिलाफ टेस्ट करियर शुरू किया था। उन्होंने करियर में 26 टेस्ट में 58 विकेट लिये। आगरकर ने 191 वनडे में 288 विकेट लिये। आगरकर के नाम वनडे में सबसे तेज 50 विकेट लेने का विश्व रिकार्ड था जिसे श्रीलंका के स्पिनर अजंता मेंडिस ने तोड़ा था। आगरकर ने वर्ष 2013 में 40 वें रणजी ट्राफी टूर्नामेंट में मुंबई टीम की कप्तानी की थी और अपनी टीम को खिताब दिलाया था। इसी वर्ष आगरकर ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी थी।  

चयन समिति का नया अध्यक्ष बनाये जाने पर खुशी जाहिर करते हुए पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि मुझे नयी जिम्मेदारी मिलने की बेहद खुशी है। मेरा मुख्य लक्ष्य टीम में ऐसे खिलाडिय़ों का चयन करना है जो कम से कम पांच से 10 वर्ष तक अपना योगदान दे सकें। ऐसे प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों की तलाश करना है जिनमें भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करने की क्षमता हो। आगरकर ने पूर्व चयनकर्ता प्रमुख मिङ्क्षलद रेगे की प्रशंसा करते हुए मुंबई क्रिकेट को दिये गये योगदान के लिये उनकी सराहना की। पूर्व तेज गेंदबाज ने सपोर्ट स्टाफ में बदलाव के संकेत भी दिये हैं। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि हम ऐसे प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों को टीम में शामिल करेंगे जिनमें भारत के लिये खेलने की संभावना हो। 

हालांकि इस बात पर भी जोर रहेगा कि मुंबई की टीम में शामिल किये खिलाड़यिों में पांच से 10 वर्ष तक टीम के लिये शानदार प्रदर्शन करने की क्षमता हो। उन्होंने कहा कि मिङ्क्षलद ने वर्षों राज्य क्रिकेट के विकास के लिये काम किया है और बेहतर तरीके से अपनी जिम्मेदारी निभाई है। अब जब मुझे यह जिम्मेदारी दी गयी है तो मैं भी पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम करूंगा। सपोर्ट स्टाफ में बदलाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह मायने नहीं रखता कि कौन अच्छा है या कौन नहीं बल्कि यह जरूरी है कि ताजगी के लिये यदि कुछ बदलाव करने पड़े तो यह किया जा सकता है। हमारा मुय लक्ष्य चीजों को लेकर नीरसता न आने पाये।
 

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