मंगल के दिन अमंगल, कांवड़ लेने गए पांच युवकों सड़क हादसे में मौत

Wednesday, Aug 05, 2015 - 12:53 AM (IST)

राई : कुंडली के पास के 2 गांव सेरसा व जांटी में मंगल का दिन अमंगल बनकर आया। शायद ही यहां किसी के घर मंगलवार को चूल्हा जला हो। दोनों गांवों में मातम पसरा रहा। सभी ग्रामीण इस दर्दनाक घटना से आहत हैं और एक-दूसरे से नम आंखों से एक ही सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर यह हादसा कैसे हुआ। दरअसल, सेरसा व जांटी कलां गांव के कुछ युवक मारुति इको वैन में सवार होकर कांवड़ लाने के लिए बड़े उत्साह के साथ गांव से सोमवार रात को हरिद्वार के लिए निकले थे। उन्हें क्या पता था कि यह उनका आखिरी सफर बन जाएगा। बागपत के गौरीपुर मोड़ के पास हुए हादसे ने उनकी जीवनलीला समाप्त कर दी।
 
गांव सेरसा निवासी अनिल कुमार (20) गांव के ही संदीप उर्फ बंटी तथा गांव जांटी कलां के शिव कुमार (22), कृष्ण (19) व राहुल (13) तथा 3 अन्य साथियों के साथ मारुति इको वैन में सवार होकर गांव से देर रात हरिद्वार के लिए निकले थे। रात करीब अढ़ाई बजे जब वह बागपत, यू.पी. के गौरीपुर मोड़ पर पहुंचे तो इसी दौरान उनकी वैन को कैंटर ने टक्कर मार दी जिसमें पांचों कांवडिय़ों की मौत हो गई। जैसे ही पांचों की मौत की सूचना गांव सेरसा व जांटी में ग्रामीणों को लगी तो सभी उनके घरों की तरफ  दौड़ पड़े। हादसे से दोनों गांवों में चित्कार मच गया। परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीण उन्हें ढांढस बंधाते नजर आए।
 
 
सड़क हादसे में काल का ग्रास बने अनिल व राहुल अपने परिवार के इकलौते चिराग थे। अनिल की जहां 2 बहनें हैं, वहीं राहुल की भी 2 बहनें रह गई हैं। हादसे का शिकार हुआ राहुल गांव में 9वीं कक्षा में पढ़ता था। हादसे का शिकार हुए कृष्ण का बड़ा भाई राकेश आंसू नहीं रोक पा रहा था। कुछ ऐसा ही हाल शिव कुमार के भाई का भी था।
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