प्रेरणात्मक कहानी: जीवन में आगे बढ़ने के लिए ध्यान रखें यह बात अन्यथा...

Monday, Jun 27, 2016 - 11:36 AM (IST)

छोटी बिल्ली 
‘कुजुण्णी मास्टर’ मलयालम के एक प्रसिद्ध कवि थे। वह बच्चों के लिए लिखते थे। इस कहानी में उन्होंने एक छोटी-सी बिल्ली की कहानी प्रस्तुत की है- 
 
एक बिल्ली थी जिसने अपने बच्चे को खाना-पीना, चूहा पकडऩा आदि सिखाया लेकिन जब वह उसे पेड़ पर चढऩा-उतरना सिखाने लगी तो बच्चे को यह बिल्कुल भी न भाया। वह पेड़ पर चढऩे-उतरने को कतई तैयार न हुआ। एक दिन की बात है मां बच्चा दोनों एक पेड़ के नीचे खेल रहे थे। तभी अचानक एक कुत्ता वहां आया। यह देख कर मां बिल्ली तो झट से कूदकर पेड़ पर चढ़ गई पर बच्चा बहुत प्रयास करने के बाद ही किसी तरह पेड़ पर चढ़ पाया। अपनी जान बचाने के लिए उसके पास कोई दूसरा और रास्ता भी तो नहीं था।  
 
थोड़ी देर बाद कुत्ता वहां से चला गया। तब बिल्ली हंसते-हंसते आसानी से पेड़ के नीचे उतर गई लेकिन बच्चा पेड़ से नहीं उतर पाया और डर के मारे दुबक कर एक डाली पर बैठ गया लेकिन डाल पर वह कब तक बैठा रहता। थक-हारकर आखिरकार वह नीचे उतरने को हुआ और धड़ाम से नीचे गिर पड़ा। उसे काफी चोट भी लगी। आखिरकार उस बच्चे को समझ में आ गया कि खाना-पीना, चूहा पकडऩे के अलावा भी जिंदगी में बहुत कुछ है सीखने के लिए। अगर उसने नई चीजें नहीं सीखीं तो वह जिंदगी में पीछे रह जाएगा। 

इस कहानी का सार यह है कि संसार दिन-प्रतिदिन बदल रहा है। समय किसी के लिए रुकता नहीं और तेजी से भागा जा रहा है। इस तेज जिंदगी में कोई किसी की परवाह भी नहीं करता। हमें भी अपने अनुभवों से सीखना है और आगे बढऩा है। 

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