सुखी दांपत्य जीवन के लिए अपनाएं ये टिप्स
punjabkesari.in Thursday, Apr 09, 2015 - 10:02 AM (IST)
शादी करना बहुत आसान होता हैं पर दांपत्य जीवन को बाउमर खुशी खुशी निभाना बेहद कठिन कार्य होता हैं । पति-पत्नी के बीच कई बार एेसी बातें हो जाती हैं जो दांपत्य जीवन में दरार पैदा कर देती हैं । दांपत्य जीवन में पति-पत्नी को हर कदम बहुत सोचसमझ कर उठाना चाहिए ,एक दूसरे को समझने का प्रयास करना चाहिए ।बातचीत में सकारात्मक रुख दाम्पत्य जीवन को सुखी बनाता है । प्रशंसा की लालसा हर व्यक्ति की स्वाभाविक इच्छा होती है । जीवनसाथी को अन्यथा न लें । मुक्त हृदय से दैनिक जीवन के छोटे-छोटे क्रियाकलापों की भी परस्पर सराहना करें । इस प्रेम को दीर्घकाल तक अर्थात आजीवन बनाए रखने के लिए कुछ बातों पर गौर करना आवश्यक हो जाता है...
- पति-पत्नी को एक-दूसरे की भावनाओं का आदर करना चाहिए । बातचीत का सबसे विकृत रूप है बहस करना, ताने देना, झगडऩा आदि । ये संबंधों की मधुरता को नष्ट कर देते हैं।एक-दूसरे की रुचियों-अभिरुचियों को जानने का प्रयास करते हुए एक-दूसरे की व्यक्तिगत स्वतंत्रता का आदर करें ।
- पति-पत्नी एक-दूसरे के पूरक हैं, गृहस्थी रूपी गाड़ी के दो पहिए हैं, अत: रिश्ते की मर्यादा को ध्यान में रखते हुए साथी के गुण-दोषों सहित उसे सम्पूर्ण प्यार दें। कभी-कभी पल-दो पल के लिए भूल जाएं कि आप दोनों के अलावा भी दुनिया में कहीं कोई अस्तित्व है ।
- दाम्पत्य जीवन का प्रमुख आधार विश्वास होता है जो पति-पत्नी के बीच की डोरी है । उसे समझदारी, धैर्य व कोमलता से बनाए रखना आवश्यक है । एक दूसरे के विश्वास को कभी भी टूटने न दें । पति-पत्नी को एक-दूसरे के कार्य-व्यवसाय की गरिमा समझते हुए उसका आदर करना चाहिए ।
- तुच्छ एवं अहम भाव की तृप्ति के लिए दाम्पत्य जीवन में कड़वाहट पैदा करना समझदारी नहीं है । तोडऩा आसान होता है, जोडऩा बहुत मुश्किल । संबंधों की मधुरता के लिए आवश्यक है कि दूसरों के गुणों को अपने लाइफ पार्टनर में देखने की बजाय उसके गुणों को सराहें व विकसित करें ।
- जीवन साथी से अधिकाधिक अपेक्षा करने की बजाय उसे अपनी ओर से छोटी-बड़ी खुशियां देने का प्रयास करें ।
- हमेशा परपुरुष या पराई स्त्री की प्रशंसा अपने जीवनसाथी के समक्ष नहीं करनी चाहिए ।
