सेब को दवाई के रूप में खाएं और रोग भगाएं

Friday, Jan 23, 2015 - 10:34 AM (IST)

फल कुदरत की एक अनुपम भेंट हैं। फलों का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है। यह हमारी क्षमताओं को बढ़ाने में सहायक होते हैं। इन्हीं फलों में से एक फल है सेब। सेब गुणों की खान है। अंग्रेजी में एक कहावत है कि यदि प्रतिदिन एक सेब खाया जाए तो डाक्टर को बुलाने की जरूरत नहीं पड़ती।

- सेब में विटामिन ए, बी व सी प्रचुर मात्रा में होते हैं। सेब शक्तिवद्र्धक है। इसका प्रयोग हृदय, मस्तिष्क, यकृत व आमाशय को बल देता है। बीमार लोगों को और बीमारी के बाद भी डाक्टर सेब का अधिक सेवन करने की सलाह देते हैं।

- रोजाना एक सेब खाने से व्यक्ति को कब्ज नहीं होता क्योंकि सेब का रस पाचन शक्ति को तेज करता है।

- सेब खाने से भोजन के फालतू अंश जो दांतों में फंस जाते हैं निकल जाते हैं। इससे दांत मजबूत भी रहते हैं। गठिया रोग में भी सेब अत्यंत लाभदायक है। ज्वर, पथरी, सिरदर्द, शारीरिक और दिमागी कमजोरी, सांस की बीमारी से ग्रस्त रोगियों के लिए यह एक उत्तम फल है। सेब को दवाई के रूप में निम्र प्रकार से प्रयोग किया जाता है।

- दिमागी कमजोरी में खाना खाने से पहले कुछ दिन तक सेब चबा-चबा कर खाएं।

- अधिक उल्टियां आने पर सेब के रस में थोड़ा-सा नमक मिलाकर रोगी को पिलाएं। इससे उल्टी आना बंद हो जाती है।

- रात को सोते समय नित्य एक सेब 10-15 दिन तक लगातार खाएं। पेट के कीड़े खत्म हो जाएंगे। ध्यान रखें कि सेब खाने के बाद पानी न पिएं।

- सेब में थोड़ा-सा नमक लगाकर खाली पेट सुबह-सुबह खाएं। इस तरह थोड़े दिन तक नियमित प्रयोग करने से पुराने सिरदर्द से भी मुक्ति मिलती है।

- बुखार के समय सेब का सेवन अच्छा रहता है।

- यदि आप भूख कम लगने से परेशान हैं तो कच्चे-खट्टे सेब का रस निकाल कर उसमें शक्कर मिलाकर एक-दो कप सुबह 7-8 दिन तक पीने से भूख अच्छी तरह लगने लगती है।

- सूखी खांसी होने पर सेब के रस में थोड़ी-सी मिश्री मिलाकर पिएं।- सेब का रस खूनी बवासीर में लाभप्रद है। इसका रस मस्सों पर लगाने से उसमें खून आना बंद हो जाता है और मस्से धीरे-धीरे टूट कर गिर जाते  हैं।

—शैली माथुर

Advertising