पायलट ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा, पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना के कार्यान्वयन की मांग की
punjabkesari.in Saturday, Oct 03, 2020 - 07:39 PM (IST)

जयपुर, तीन अक्टूबर (भाषा) पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित कर इसे कार्यान्वित कराने की मांग की है।
टोंक से विधायक पायलट ने लिखा है कि वह उनका ध्यान राजस्थान की लगभग आधी आबादी के कल्याण से जुड़ी पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना की और आकर्षित कराना चाहते हैं जो एक प्रकार से पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों की जीवन रेखा बन सकती है।
पायलट ने लिखा है कि प्रधानमंत्री ने 2018 में जयपुर में अपनी एक सभा में भी इस परियोजना पर विचार करने का आश्वासन दिया था।
पत्र के अनुसार 37,247 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत की इस परियोजना के क्रियान्वयन से न केवल पूर्वी राजस्थान बल्कि पूरे राज्य के विकास को गति मिलेगी तथा कृषि उद्योग व पशुपालन क्षेत्र में प्रगति से करोड़ों लोगों का जीवन स्तर ऊपर उठेगा।
इस परियोजना से पूर्वी राजस्थान के झालावाड़, बारां, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, अजमेर, टोंक, जयपुर, दौसा, करौली, अलवर, भरतपुर व धौलपुर जिले की पेयजल समस्या का स्थायी समाधान होगा।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
टोंक से विधायक पायलट ने लिखा है कि वह उनका ध्यान राजस्थान की लगभग आधी आबादी के कल्याण से जुड़ी पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना की और आकर्षित कराना चाहते हैं जो एक प्रकार से पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों की जीवन रेखा बन सकती है।
पायलट ने लिखा है कि प्रधानमंत्री ने 2018 में जयपुर में अपनी एक सभा में भी इस परियोजना पर विचार करने का आश्वासन दिया था।
पत्र के अनुसार 37,247 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत की इस परियोजना के क्रियान्वयन से न केवल पूर्वी राजस्थान बल्कि पूरे राज्य के विकास को गति मिलेगी तथा कृषि उद्योग व पशुपालन क्षेत्र में प्रगति से करोड़ों लोगों का जीवन स्तर ऊपर उठेगा।
इस परियोजना से पूर्वी राजस्थान के झालावाड़, बारां, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, अजमेर, टोंक, जयपुर, दौसा, करौली, अलवर, भरतपुर व धौलपुर जिले की पेयजल समस्या का स्थायी समाधान होगा।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।