अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा ने पूरा किया अपने पिता का 46 साल पुराना सपना

Thursday, Oct 15, 2015 - 08:00 PM (IST)

जालंधर: दुनिया के सबसे प्रभावशाली शख्सियतों को अपने पिता का सपना पूरा करने में कितने साल लग जाते है। आप यह बात जानकर हैरान रह जाएंगे कि अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा को अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए 46 साल लग गए। जिसे साकार करने के लिए वह पंजाब के जालंधर शहर पहुंचे। जहां रिचर्ड अपने पिता के साथ फिल्लौर से लगभग 15 किलोमीटर दूर अपने पिता के पुश्तैनी गांव गए। गांव में रिचर्ड वर्मा ने अपने संबोधन के दौरान कुछ इस तरीके से अपनी भावनाएं प्रगट की।   

रिचर्ड ने कहा कि उन्हें इस बात का गर्व है कि इसी धरती और यहाँ के समाज के मूल्य उनके माता पिता ने उन्हें सिखाए जिस कारण आज वह इस पद तक पहुँच सके। लोगों को भले ही लगे कि मैं अमेरिका का राजदूत होने के नाते यहाँ आया हूँ लेकिन यकीन मानिए मैं आप सब के बीच में से हूँ और आपकी वजह से यहाँ हूँ। मैं यहाँ इस रूप में नहीं आता यदि वर्षों पहले 1963 में अमेरिका आए मेरे पिता को संघर्ष के दिनों में उनके दोस्तों और रिश्तेदारों का साथ न मिला होता।  
 
रिचर्ड ने कहा कि उनके पिता के डी वर्मा पिछले लगभग 46 साल इस क्षण का इंतजार कर रहे थे कि कब वह मुझे अपनी धरती पर ले कर आएं। हालाँकि मैं मई को जालंधर में अपने ननिहाल आया था लेकिन उस समय यहाँ आना संभव नहीं हो सका था पर अब मुझे यहाँ आने का मौका मिला है और मैं बार बार यहाँ आना चाहूंगा।

 

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