गुरु नानक जी की वाणी 'जपुजि साहिब का 19 भाषाओं में अनुवाद

Monday, Oct 14, 2019 - 10:43 AM (IST)

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नई दिल्ली (प.स.): दुनिया को एक सूत्र में पिरोने का संदेश देने वाली गुरु नानक देव जी की वाणी 'एक ओंकार सत नाम...' जपुजि साहिब का विश्व की 19 भाषाओं में अनुवाद किया गया है जिसे 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर अमृतसर में श्री हरिमंदिर साहिब के संग्रहालय को सौंपा जाएगा। 

सिख धर्म इंटरनैशनल (एस.डी. आई.) ने दुनियाभर में बसे अपने सदस्यों के सहयोग से गुरु नानक देव जी की मूल वाणी 'जपुजि साहिब के अंग्रेजी और विश्व की अन्य 18 भाषाओं में अनुवाद की व्यवस्था की है। 'जपुजि साहिब'  'द लाइट आफ गुरु नानक फॉर द वल्र्ड' शीर्षक की इन किताबों के रंगीन आवरण पर गुरु नानक देव जी का चित्र है, जिसके चारों ओर एक ओंकार का पवित्र चिन्ह है। 

चांदी के आवरण पर सुंदर बेल-बूटे उकेरे गए हैं और इसे मोती तथा कीमती नगों से सजाया गया है। प्रत्येक किताब के 400 पन्नों को बहुत कलात्मक अंदाज में तैयार किया गया है और इसके किनारों पर उस देश के फूलों के चित्र उकेरे गए हैं, जिस देश की भाषा में इसका अनुवाद किया गया है। 

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