तनुजा तनु नैशनल ह्यूमन राइट सोशल जस्टिस कौंसिल की राज्य सचिव नियुक्त
Tuesday, Jan 01, 2019 - 06:34 PM (IST)
जालंधर (वसुधा शर्मा) लेखन कला से जुड़ी व एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र में बतौर सम्पादिका कार्य कर रहीं दिव्यांग तनुता तनु ने नववर्ष 2019 के आगमन पर एक और मुकाम हासिल किया है। कई सालों से स्वतंत्र तौर पर समाज सेवा से जुड़ी तनुजा तनु को उनकी सेवाओं के मद्देनजर नैशनल ह्यूमन राइट जस्टिस कौंसिल (NHRSJC) नई दिल्ली, इंडिया की तरफ पंजाब की राज्य सचिव का पदभार सौंपा गया है।
एक जनवरी को पंजाब केसरी के डायरैक्टर श्री अभिजय चोपड़ा जी ने अपने कर कमलों से NHRSJC की तरफ से भेजा गया प्रधिकार पत्र (authority letter) व पहचान पत्र तनुजा को सौंपा। इस अवसर पर श्री चोपड़ा ने उनको इस उपलब्धि के लिए बधाई दी व आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। पंजाब केसरी में 19 साल से बतौर सम्पादक कायर्रत तनुजा एक संवेदनशील कवयित्री भी हैं । उनका प्रथम काव्य संग्रह "मुझ में कोई और" 28 अगस्त 2018 को रिलीज हो चुका है।
बता दें कि बचपन से एक पैर से पोलियोग्रस्त तनुजा ने 2006 में अचानक दोनों आंखों की रोशनी खो देने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी और लंबे ईलाज के बाद पुनः नेत्र ज्योति लौटने पर जीवन का कड़ा संघर्ष अधिक उत्साह और हौंसले से जारी रखा। बातचीत के दौरान तनुजा ने बताया कि बतौर समाज सेविका वह सेवा सदन, दसवंध सेवा संस्था जालंधर, इंसानियत की सेवा संस्था फिरोजपुर व समर्थ संस्था लुधियाना के साथ जुड़ी हुई हैं । इसके अलावा वह कई सालों से स्वतंत्र तौर पर महिला व बच्चों के उत्थान तथा गरीब परिवारों की मदद और बच्चों की पढ़ाई को लेकर सक्रिय हैं। नववर्ष पर उनके संदेश व नए लक्ष्य के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि कोई भी समस्या हमारे हौंसले से बड़ी नहीं होती। जीवन में आने वाली हर कठिनाई हमें नए अनुभव के साथ भीतर से और मजबूत बनाती है इसलिए किसी भी समस्या या विकट परिस्थिति में हिम्मत नहीं हारनी चाहिए और जिंदगी को खुशी व जिंदादिली से जीना चाहिए । उन्होंने कहा कि वह अपनी पूरी जिंदगी लेखन कला और समाज सेवा के लिए समर्पित करना चाहती हैं। तनुजा ने बताया कि उनकी कविताओं और कहानियों के अगले संग्रह जल्द पाठकों के हाथ में होंगे।