सुखपाल एनकाऊंटर मामला : हाईकोर्ट ने सरकारी वकील लगाई फटकार, पूछा-कहां है स्टेटस रिपोर्ट

punjabkesari.in Wednesday, May 29, 2019 - 12:51 PM (IST)

चंडीगढ़ (हांडा): सुखपाल सिंह फर्जी एनकाऊंटर मामले में डी.जी.पी. सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार की ओर से पेश हुए वकील को फटकार लगाई और पूछा कि स्टेटस रिपोर्ट कहां है, जो कोर्ट ने लाने को कहा था। 

 

इस पर वकील ने कोर्ट से और समय मांगा है। कोर्ट ने हैरानी जताते हुए पूछा कि सुखपाल एनकाऊंटर मामले में हाईकोर्ट ने एस.आई.टी. का गठन किया था लेकिन अभी एस.आई.टी. ने जांच शुरू नहीं की, क्यों? 

 

सरकारी वकील के पास जब कोई जवाब नहीं था तो कोर्ट ने पंजाब के एडवोकेट जनरल को खुद 31 मई को कोर्ट में पेश होने के आदेश देते हुए उक्त मामले में विस्तृत रिपोर्ट पेश करने को कहा है। साथ ही पंजाब सरकार को भी 31 मई तक का नोटिस जारी किया है।

 

आई.जी. उमरानंगल ने कहा था-मुझे पंजाब पुलिस पर नहीं भरोसा 
उमरानंगल ने उक्त मामले में अपील दाखिल कर कोर्ट से मामले की पुन: जांच करवाने को कहा था और यह भी मांग की थी कि जांच के लिए एस.आई.टी. में पुलिस प्रमुख न खुद हों और न ही उनके अधीन कार्यरत कोई अधिकारी टीम में हो क्योंकि उक्त लोग उन्हें फंसाना चाहते हैं। 

 

उमरानंगल ने कोर्ट को बताया था कि उन्हें पंजाब पुलिस पर भरोसा नहीं, खासकर पुलिस प्रमुख के अधीन होने वाली किसी भी जांच पर उन्हें भरोसा नहीं है। अगर कोर्ट चाहे तो उन्हें सी.बी.आई. जांच से एतराज नहीं है।

 

डी.जी.पी. को क्यों नहीं दीं फैसिलिटीज 
हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान एस.आई.टी. प्रमुख द्वारा डाली गई अपील पर भी सरकार से जवाब तलब किया है कि डी.जी.पी. चट्टोपाध्याय के अधीन गठित एस.आई. टी. को फैसिलिटीज क्यों नहीं प्रोवाइड करवाई गईं, उन्हें जांच के लिए वाहन, स्टाफ व अन्य सुविधाएं व केस का रिकार्ड अभी तक क्यों नहीं दिया गया। 

 

आतंकी बंदाला बताते हुए किया था सुखपाल का एनकाऊंटर
हाईकोर्ट में सुखपाल सिंह के पिता ने याचिका दाखिल कर आरोप लगाए थे कि पंजाब में आतंकवाद के दौरान वर्ष 1994 में रोपड़ में उनके बेटे सुखपाल सिंह को आतंकी गुरनाम सिंह बंदाला बताते हुए उस समय रोपड़ के डी.एस.पी. परमराज सिंह उमरानंगल द्वारा फेक एनकाऊंटर में मार दिया था।  

 

जबकि बंदाला बाद में जिंदा पाया गया था। जांच के बाद उमरानंगल के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज की गई थी। इसके बाद पुलिस हैडक्वार्टर में मीटिंग के बहाने बुलाकर वर्दी में गिरफ्तार किया गया था।


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pooja verma

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