SSP राजजीत ड्रग्स मामला, DGP चट्टोपाध्याय ने दाखिल की स्टेटस रिपोर्ट

Tuesday, May 08, 2018 - 06:44 PM (IST)

चंडीगढ़ : पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के बाहर मंगलवार दोपहर करीब 3:00 बजे अचानक हलचल बढ़ गई। पंजाब पुलिस के कर्मियों के साथ पंजाब के डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय कोर्ट के अंदर दाखिल हुए। 15 मिनट अंदर रहने के बाद सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय बाहर आए लेकिन वह सिर्फ इतना बोल कर निकल गए कि उन्होंने मोगा के एसएसपी राजजीत सिंह के खिलाफ ड्रग्स के मामले में की जा रही जांच की स्टेटस रिपोर्ट कोर्ट में फ़ाइल कर दी है। 


हालांकि ड्रग्स मामले की सुनवाई हाई कोर्ट में 23 मई को होनी है लेकिन पिछली सुनवाई पर कोर्ट ने मोगा के एसएसपी राजजीत सिंह के खिलाफ चल रही जांच की अंतिम रिपोर्ट को 9 मई से पहले अदालत में सौंपने के आदेश दिए थे। उन्ही आदेशों की पालना करते हुए  डीजीपी चट्टोपाध्याय आज कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट फाइल करने पहुंचे थे।  


बता दें कि पंजाब में ड्रग्स के कारोबार के जाच के दौरान फंसे इंस्पेक्टर इंदरजीत सिंह और मोगा के एसएसपी राजजीत सिंह के गठजोड़ की जाच करने का जिम्मा पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने डीजीपी चट्टोपाध्याय के अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय SIT को सौंपा था। चट्टोपाध्याय ने दावा किया था कि इस मामले में एसएसपी मोगा राजजीत सिंह के खिलाफ की जा रही जांच के तार पंजाब पुलिस के कुछ उच्चधिकारियों तक जा रहे हैं। इसके साथ ही डीजीपी चट्टोपाध्याय ने पंजाब  हरियाणा हाईकोर्ट में विशेष अर्जी देकर कई गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि जगदीश भोला ड्रग्स मामले की जांच को दबाने के लिए पंजाब पुलिस के डीजीपी सुरेश अरोड़ा व डीजीपी इंटेलिजेंस दिनकर गुप्ता आइजी एल के यादव के जरिए उन्हें इंदरप्रीत चड्ढा आत्महत्या मामले में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। चट्टोपाध्याय ने चीफ खालसा दीवान के पूर्व अध्यक्ष चरणजीत सिंह चड्ढा के बेटे इंदरप्रीत चड्ढा की आत्महत्या मामले में खुद को बेकसूर बताया था। साथ ही मामले की सीबीआइ जांच की मांग की थी। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में चट्टोपाध्याय की तरफ से याचिका लगाने के बाद हाईकोर्ट ने इस पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की। 
 

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