29 सितंबर को मनाई जाने वाली महाराजा अग्रसेन जयंती से जुड़ी कुछ रोचक बातें

Thursday, Sep 26, 2019 - 10:37 AM (IST)

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कपूरथला: अग्रवाल समुदाय का वर्चस्व न केवल भारतीय समाज में स्थापित है, अपितु विश्व में भी इस समुदाय की शक्ति का लोहा माना जाता है। यह अग्रवाल समुदाय कभी क्षत्रिय हुआ करते थे, किन्तु परिस्थितियों ने इन्हें वैश्य वर्ग में ला खड़ा किया। यहां भी इन्होंने अपनी प्रतिभा एवं शक्ति का प्रदर्शन कर अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। इसीलिए भारत के सबसे बड़े बिजनैस हाऊस अग्रवाल समुदाय की बपौती है। इसी समुदाय का भारतीय अर्थव्यवस्था में योगदान सर्वाधिक है। उक्त विचार अग्रवाल सभा कपूरथला के अध्यक्ष तिलकराज अग्रवाल ने महाराजा अग्रसेन जयंती के उपलक्ष्य में व्यक्त किए।

उन्होंने बताया कि अग्रवाल समुदाय के अग्रज महाराजा अग्रसेन थे। महाराजा अग्रसेन सूर्यवंश के एक वैश्य राजा थे। वह अग्रोदय नामक गणराज्य के महाराजा थे, जिसकी राजधानी अग्रोहा थी। इन्होंने अपने लोगों के लिए वणिका धर्म को अपनाया था। वस्तुत: अग्रवाल का अर्थ है ‘अग्रसेन के लोग’।

महाराजा अग्रसेन के राज्य में कोई दुखी और लाचार नहीं था। महाराजा अग्रसेन बचपन से ही अपनी प्रजा में लोकप्रिय थे। वह एक धार्मिक, शांतिदूत, प्रजावत्सल, हिंसा विरोधी, बलिप्रथा को बंद करवाने वाले, करुणानिधि, सब जीवों से प्रेम, स्नेह रखने वाले दयालु राजा थे। महाराजा अग्रसेन को समाजवाद का अग्रदूत कहा जाता है।

अपने क्षेत्र में सच्चे समाजवाद की स्थापना के लिए उन्होंने नियम बनाया कि उनके नगर में बाहर से आकर बसने वाले प्रत्येक परिवार की सहायता के लिए नगर का प्रत्येक परिवार उसे एक सिक्का व एक ईंट देगा, जिससे आसानी से नया परिवार स्वयं के लिए निवास स्थान व व्यापार का प्रबंध कर सके।

इस तरह महाराजा अग्रसेन के राजकाल में अग्रोदय गणराज्य ने दिन दोगुनी-रात चौगुनी तरक्की की। तिलकराज ने कहा कि इतिहास में महाराज अग्रसेन परम प्रतापी, धार्मिक, सहिष्णु, समाजवाद के प्रेरक महापुरुष के रूप में उल्लेखित हैं। देश में जगह-जगह अस्पताल, स्कूल, बावड़ी, धर्मशालाएं आदि अग्रसेन जी के जीवन मूल्यों का आधार हैं और यह जीवन मूल्य मानव आस्था का प्रतीक है।

अग्रसेन जी का वंशज अग्रवाल समुदाय उन्हीं के पद्चिन्हों पर चलकर जन कल्याण के कार्यों के साथ जुड़ा हुआ है। जीवन मूल्यों व मानवीय आस्था के साथ जुड़ी हर गतिविधि के केंद्र में अग्रवाल समुदाय विद्यमान है। चाहे सामाजिक क्षेत्र हो या धार्मिक, शिक्षा का सांस्कृतिक क्षेत्र हो या व्यावसायिक, अग्रवाल समुदाय हर पग पर उन्नति व तरक्की के रास्ते खोलना चलता है और अपना उल्लेखनीय योगदान देता चाहता है। अग्रवाल समुदाय से जुड़ा हुआ नारी वर्ग भी अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। महाराजा अग्रसेन की जयंती के उपलक्ष्य में उनको अग्रवाल समुदाय का शत-शत प्रणाम है।

Jyoti

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