जिला बने हो गए 50 साल- traffic लाइटों को तरस रहा शहर

punjabkesari.in Friday, Dec 16, 2016 - 01:34 PM (IST)

रूपनगर (कैलाश): ट्रैफिक समस्या को लेकर रूपनगर शहर को भले अभी तक ट्रैफिक लाइटें नसीब नहीं हुईं परंतु जो चुनिंदा ट्रैफिक लाइटें नंगल चौक पर ओवरब्रिज के समीप, पुराना बस स्टैंड तथा हैडवक्र्स पुल पर लगाई गई थी, जो गत लंबे समय से जर्जर और खराब हो चुकी हैं। हैडवक्र्स पुल के पास काफी सालों तक खराब हुई ट्रैफिक लाइटों का खंभा सड़क के किनारे ही गिरा पड़ा रहा और बाद में वह स्क्रैप बनकर रह गया।

ट्रैफिक लाइटें संवेदनशील स्थानों पर तुरंत स्थापित की जाएं
इस संबंधी ब्राह्मण सभा पंजाब के एडवोकेट शेखर शुक्ला, पूर्व प्रोजैक्ट अधिकारी राजकुमार कपूर, सचिन चोपड़ा, एडवोकेट जे.पी.एस. ढेर तथा शहर निवासियों ने मांग की कि शहर में बढ़ रही ट्रैफिक तथा रोजाना बढ़ रहे हादसों पर नकेल डालने के लिए ट्रैफिक लाइटें शहर के संवेदनशील स्थानों पर तुरंत स्थापित की जाएं।

पुराने बस स्टैंड पर लगाई जाएं ट्रैफिक लाइटें
शहर के पुराने बस स्टैंड पर एक तिकोना चौक है और शहरवासी जब मुख्य सड़क से शहर में एंट्री लेते हैं तो मुख्य मार्ग पर भारी ट्रैफिक के कारण उन्हें भारी समस्या का सामना करना पड़ता है जिसमें वाहनों की ओवर टेकिंग के कारण उक्त चौक पर हादसों का भय रहता है। इसके अलावा शहर की तरफ से मुख्य मार्ग तक पहुंचने के लिए लोगों को चढ़ाई की तरह मार्ग तय करना पड़ता है और ऐसे हालातों में भी कई बार वाहन चालक व रिक्शा आदि का संतुलन बिगड़ जाता है जिसमें तेज रफ्तार आने वाले वाहनों से टक्कर रहने का खतरा रहता है, जिसके कारण उक्त स्थान पर ट्रैफिक लाइटें होना बहुत जरूरी है। इसके अलावा पुराना बस स्टैंड पर हर समय बसों आदि का भी आवागमन बना रहता है। लोगों ने इस मामले में जिला प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग की है।

ओवरब्रिज पर भी ट्रैफिक लाइटें हों सुचारू
कुराली-श्री कीरतपुर साहिब राष्ट्रीय मार्ग को फोरलेन करने के समय तथा शहर में ट्रैफिक को कंट्रोल करने में जो फ्लाई ओवर रूपनगर में बनाया गया है तो वहीं नंगल चौक के समीप फ्लाई ओवर शुरू होते ही ट्रैफिक लाइटों का पोल स्थापित किया गया है, लेकिन यह ट्रैफिक लाइट पिछले लंबे समय से खराब पड़ी है। वर्णनीय है कि उक्त फ्लाई ओवर से श्री आनंदपुर साहिब तथा रूपनगर शहर के अंदर आने के लिए विभिन्न रास्ते निकलते हैं तथा वाहनों को ट्रैफिक नियमों के अनुसार आने-जाने के लिए ट्रैफिक लाइटों की स्थापना की गई थी परंतु अब यह खराब होने के कारण हादसों को दावत दे रही हैं।

हैडवर्क्स पर लगी ट्रैफिक लाइटें ठप्प
सुरक्षा के मद्देनजर सतलुज दरिया पर बना पुल जो अत्यंत महत्वपूर्ण है, के शुरू में ही जिला प्रशासन द्वारा ट्रैफिक लाइटें स्थापित की गई थीं जो पिछले 5-6 सालों से ठप्प पड़ी हैं। पुल के साथ बने सिक्योरिटी रूम पर ऊपर स्थापित ट्रैफिक लाइट तथा सी.सी.टी.वी. कैमरे का पोल साथ लगते एक ग्राऊंड में गिरा पड़ा है। लोगों में इस बात की चर्चा है कि सतलुज दरिया पर बना पुल जो सुरक्षा के मद्देनजर काफी अहम समझा जाता है तथा यह पुल 800 मीटर लंबा बना है जो पंजाब को अन्य राज्यों के साथ जोड़ता है तथा ट्रैफिक लाइटों एवं सी.सी.टी.वी. कैमरे यहां सदैव चलित होने चाहिएं।

क्या कहना है लोगों का
रूपनगर में ट्रैफिक लाइटों का मसला सफेद हाथी की कहावत बन चुका है। जानकारी के अनुसार जिला रूपनगर जो वर्ष 1966 में जिला अंबाला से कटकर जिला रूपनगर बना था तथा जिला बने को 50 साल बीत गए हैं, परंतु ट्रैफिक समस्या में हो रही लगातार वृद्धि के कारण जिला प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। जब रूपनगर को जिले का दर्जा मिला था तो शहर की आबादी करीब 6 हजार थी और अब यह बढ़कर 60 हजार से अधिक हो गई है। आबादी बढऩे के कारण हर
समय शहर में वाहनों की भारी भीड़ देखने को मिलती है तथा रोजाना ट्रैफिक जाम आदि समस्याओं के साथ लोगों को परेशान होना पड़ता है। दूसरी तरफ पंजाब का सर्वाधिक पिछड़ा जिला रूपनगर अब 50 सालों के बाद उन्नति की राह देखने के साथ बढिय़ा ट्रैफिक व्यवस्था एवं ट्रैफिक लाइटों की व्यवस्था की राह तरस रहा है।


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