बरनाला विधानसभा क्षेत्र से विधायक केवल सिंह ढिल्लों का रिपोर्ट कार्ड

punjabkesari.in Friday, Dec 16, 2016 - 01:04 PM (IST)

संगरूर: बरनाला विधानसभा का दिलचस्प पहलू यह है कि विगत 20 वर्षों से विजेता विधायक के उलट पार्टी की सरकार बन रही है। विधायक केवल सिंह ढिल्लों ने कहा कि मैंने अपने प्रयत्नों से बरनाला को जिले का दर्जा दिलाया था। इसके बाद 2007 के विधानसभा चुनावों में क्षेत्र के लोगों ने उनके कार्य को देखते हुए इस सीट से मुझे विजयी बनाया और 2012 में भी फिर से मैं क्षेत्र के लोगों के सहयोग से विधायक बना परंतु दोनों बार सरकार अकालियों की आ गई। जिस कारण मैं क्षेत्र में ज्यादा कार्य नहीं करवा सका। फिर भी मैंने अपने तौर पर कई कार्य करवाए हैं परंतु अकालियों ने अपनी सरकार होते हुए भी बरनाला विधान सभा हलके का कुछ भी नहीं किया। तकरीबन डेढ़ दर्जन कार्यालय बरनाला जिले में नहीं आए। शहर का बुरा हाल है। गांवों व शहर की सड़कें टूटी पड़ी हैं।

वायदे जो किए
-बरनाला को नमूने का शहर बनाएंगे
-अंडरब्रिज बनाया जाएगा
-100 प्रतिशत सीवरेज सिस्टम शहर में किया जाएगा।
-शहर में सरकारी स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा।
-सरकारी कालेज का निर्माण करवाया जाएगा।
-बढिय़ा अस्पताल का निर्माण किया जाएगा।
-पार्किंग की समस्या का हल किया जाएगा।
-पार्क का निर्माण किया जाएगा।
-शहर के साथ रेलवे की कनैक्टिविटी बढ़ाई जाएगी।
-तकनीकी शिक्षा का जिले में इंस्टीच्यूट बनाया जाएगा।

वायदे जो वफा हुए
-अंडरब्रिज का काम शुरू हुआ।
-सरकारी स्टेडिम बन कर तैयार।
-सरकारी कालेज बना।
-शहीद भगत सिंह पार्क का हुआ निर्माण।
-धनौला रोड बननी शुरू।

दावों की हकीकत
गत 10 वर्षों से शहर ट्रैफिक की समस्या से जूझ रहा है, वहीं शहर में इक्का-दुक्का बैंकों के पास ही पार्किं ग की व्यवस्था है व किसी शापिंग माल के पास भी पार्किंग की व्यवस्था नहीं है जो ट्रैफिक समस्या में आग में घी डालने का कार्य कर रही है। सीवरेज का कार्य शहर में शुरू हो गया है परंतु सीवरेज डालने के बाद सड़कें न बनने से लोग दुखी हैं। सरकारी स्टेडियम, पार्क का निर्माण व अंडरब्रिज का कार्य जरूर शुरू हुआ है।

लोगों ने ऐसे जताई प्रतिक्रिया
सरकार ने धनौला रोड पर अंडरब्रिज बनाने का वायदा किया था, जो उन्होंने पूरा कर दिखाया है। अंडरब्रिज का काम शुरू हो चुका है व जल्द ही यह बनकर तैयार हो जाएगा।
नीटू ढींगरा, उपाध्यक्ष श्री अरोड़वंश सभा।

बेसहारा पशुओं की समस्या शहर की मुख्य समस्या बनी हुई है परंतु किसी का इस ओर कोई ध्यान ही नहीं है। बेसहारा पशु कई दुर्घटनाओं का कारण भी बन चुके हैं। सरकार को इस ओर तुरंत ध्यान देने की जरूरत है।
कपिल ग्रोवर महासचिवपोल्ट्री फार्म्ज एसो.।

स्टेडियम का निर्माण शहर को बहुत बड़ी सौगात है। इसके अलावा सीवरेज का काम पूरे शहर में शुरू हो चुका है। 16 एकड़ की सभी सड़कों का काम जो बहुत लंबे समय से लटका हुआ था, पूरा हो चुका है। कुल मिलाकर सरकार ने 90 फीसदी वायदे पूरे कर दिए हैं। पद्मश्री राजिंद्र गुप्ता द्वारा सी.एम.सी. के डाक्टर बुलाकर मैडीकल कैंप लगाकर गरीबों का उपचार किया जा रहा है, जो सराहनीय कदम है।
कृष्ण कुमार बिट्टू, अध्यक्ष सांझा आसरा वैल्फेयर सोसायटी ।


शिंदी सेतिया ने कहा कि जब कांग्रेस ने बरनाला को जिले का दर्जा दिया था तो अकालियों ने मजाक उड़ाया था कि उन्होंने जिली बनाई है, हम इसको बड़ा जिला बनाएंगे परंतु हुआ इसके उलट पुलिस थाना शेरपुर जो पहले पुलिस जिला बरनाला का हिस्सा होता था, वह काटकर संगरूर के साथ जोड़ दिया गया।     —शिंदी सेतिया


शहर में पार्किंग की समस्या का कोई हल न होने के कारण ट्रैफिक समस्या इस समय शहर की मुख्य समस्या बनी हुई है। किसी बैंक के पास अपनी पार्किंग नहीं है। बैंकों के बाहर लगी लोगों की लंबी लाइनों के कारण भी ट्रैफिक समस्या बेहाल हुई पड़ी है।
    —डा.राजीव गर्ग, पूर्व अध्यक्ष इंडियन डैंटल एसो. बरनाला


बरनाला शहर का नया बना सरकारी स्टेडियम नमूने की मिसाल है। इस स्टेडियम के बनने से शहर का नाम और ऊंचा हुआ है। पद्मश्री राजिंद्र गुप्ता की अगुवाई में शहर में रिकार्ड तोड़ विकास कार्य हुए हैं।
    —समीर महिंद्रू , वरिष्ठ सदस्य बरनाला क्लब।

शहीद भगत सिंह पार्क का निर्माण करके शहर निवासियों की बहुत बड़ी मांग सरकार ने पूरी की है परंतु जरूरत है कि इसको नगर कौंसिल के हवाले किया जाए। पार्क की जमीन अभी भी जिला परिषद के नाम पर है। जिसके कारण इसकी संभाल की जिम्मेदारी नगर कौंंसिल नहीं ले सकती। दूसरा इस पार्क का एक गेट चिंटू पार्क वाली रोड पर निकाला जाए।
    —हरीश कुमार महासचिव श्री अरोड़वंश सभा।


लोगों के साथ सरकारी कालेज खोलने का वायदा किया गया था, जो पूरा तो कर दिया गया, पर अधूरे मन के साथ। कालेज में साइंस सब्जैक्ट के लिए कोई लैब ही नहीं है। कालेज का निर्माण कार्य बीच में ही छोड़ दिया गया। न तो विद्याॢथयों के खेलने के लिए कोई मैदान है व न ही साइंस लैब। सरकार को चाहिए कि विद्याॢथयों की सुविधा के लिए जल्द से जल्द अधूरे कालेज को पूरा करवाए।
—राकेश जिंदल, प्रिंसीपल यूनिवर्सिटी कालेज ढिलवां


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