PU चंडीगढ़ और IIT रोपड़ ने मिलाया हाथ, टेक्नोलॉजी को मजबूत करने के लिए मिलकर करेंगे काम

punjabkesari.in Monday, Feb 06, 2023 - 01:23 PM (IST)

नेशनल डेस्क:   विज्ञान और प्रौद्योगिकी गतिविधियों में सहयोग और समर्थन को बढ़ावा देने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT रोपड़) और पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ (PU) के बीच 27 जनवरी, 2023 को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इसके तहत PU और IIT  रोपड़ मिलकर एक विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्लस्टर बनाएगा। इस पंजाब यूनिवर्सिटी के लिए भारत के उपराष्ट्रपति और पंजाब यूनिवर्सिटी के पूर्व चांसलर जगदीप धनखड़ और IIT रोपड़ को बधाई दी है।

यह क्लस्टर पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लेह-लद्दाख और चंडीगढ़ आदि के लिए काम करेगा। इसके तहत स्थानीय उद्योगों, राज्य सरकारों और स्थानीय निकायों यानी नगर निगम और पंचायत आदि की जरूरतों को पूरा करने और उनकी समस्याओं को हल करने के लिए शोध किया जाएगा।

क्लस्टर के लक्ष्य और परिणाम इस प्रकार हैं-

-यह क्लस्टर उद्योगों, राज्य सरकारों, जिला संगठनों, नगर निगमों, स्थानीय निकायों की क्षेत्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी समस्याओं का समाधान प्रदाता होगा।
-क्लस्टर व्यावसायीकरण समर्थन और अनुसंधान और विकास गतिविधियों तक पहुंच के मामले में ट्रांसलेशनल रिसर्च इकोनॉमिक्स को बढ़ावा देने के लिए एक सेवा प्रदाता के रूप में कार्य करेगा।
-क्लस्टर नई शिक्षा नीति-2020 के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मानव संसाधन के साथ प्रयासों और संसाधनों का समन्वय करेगा।
-यह वैश्विक पहुंच को बढ़ावा देगा और अंतरराष्ट्रीय सहयोगी अनुसंधान को मजबूत करेगा।
-क्लस्टर स्थानीय/क्षेत्रीय/केंद्रीय सरकारी निकायों को नीति समर्थन और नीतिगत सिफारिशें प्रदान करेगा।
-क्लस्टर की गतिविधियों को भारत सरकार की पहल के साथ जोड़ा जाएगा।
-क्लस्टर विज्ञान और समाज के बीच संबंध को मजबूत करने में मदद करेगा।

यह अनुसंधान एवं विकास और नवाचार गतिविधियों के लिए एमएसएमई के लिए आवश्यक समर्थन के साथ एमएसएमई और शिक्षा जगत को जोड़ने पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करेगा।

क्लस्टर की मुख्य विशेषताएं
-यह क्लस्टर भौतिक रूप से PU चंडीगढ़ परिसर में स्थित होगा।
-क्लस्टर PU and IIT-Roparas के शेयरधारकों के साथ एक गैर-लाभकारी धारा -8 कंपनी (कंपनी अधिनियम 2013 के साथ पंजीकृत) के रूप में काम करेगा।
-यह उत्तरी क्षेत्र के अन्य हितधारकों के साथ संयुक्त रूप से शिक्षा, उद्योग, सरकार, गैर-सरकारी संगठनों और परोपकार सहित क्षेत्र के पारिस्थितिक तंत्र और पारिस्थितिक तंत्र के उत्थान के लिए संलग्न होगा।
-यह देश में एकीकृत उत्पाद, प्रौद्योगिकियां और सेवाएं प्रदान करने के लिए अन्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी समूहों के साथ भी समन्वय करेगा।


 


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Content Writer

Anu Malhotra

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