मुस्लिमों के रोजों में सिखों की मुहब्बत भरी इफ्तारी

punjabkesari.in Tuesday, Apr 28, 2020 - 07:31 PM (IST)

चंडीगढ़(गुरप्रीत/रमनजीत) : कोरोना संक्रमण की वजह से बनाई जा रही सोशल डिस्टेंसिंग के बीच ही पंजाब के मानसा जिले से एक सुखद खबर आ रही है इसमें विभिन्न धर्मों के बीच भाई चरक सांझ और मोहब्बत का पैगाम दिया जा रहा है। मामला यह है कि मानसा जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए तबलीगी जमात के मुस्लिम भाईचारे से जुड़े कुछ शख्स अपने इलाज के दौरान रोजे रखकर अपना धार्मिक कर्तव्य भी निभा रहे हैं। 

वहीं अस्पताल में दाखिल इन मुस्लिम भाईचारे के लोगों के लिए सिखों द्वारा सेहरी और इफ्तारी का इंतजाम किया जा रहा है। शहरी और इफ्तारी रोजा रखने वाले मुसलमान भाईचारे के लोगों के लिए विशेष समय व खानपान से जुड़ा हुआ है। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल होने के बाद मानसा के बुढलाडा कस्बे में जमात से जुड़े 13 लोग संक्रमित पाए गए थे।  

जो लगातार प्रशासन की निगरानी में सिविल अस्पताल मानसा में उपचाराधीन हैं। इनमें से 5 मुसलमान रोजा रख रहे हैं जिनके लिए सहरी और इफ़्तारी का इंतजाम गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा मानसा व सिख संगत द्वारा किया जा रहा है। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के प्रधान रघुवीर सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से एक तरफ जहां तबलीगी जमात के लोगों को कुछ लोगों द्वारा हिकारत की नजर से देखा जा रहा था। 

वहीं हमारी संगत ने विचार किया का काम ईमान के साथ ईमान की रक्षा करने का है और फैसला लिया गया कि मुस्लिम भाईचारे के इन भाइयों को अपने धर्म से जुड़े फर्ज़ निभाने में कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।

यह शामिल है सेहरी और इफ्तारी में :
रोज़ेदारों के लिए गुरुद्वारे से रोज़ रात को दूध और खजूर भेजी जाती है। जिससे रोज़ेदार अपनी सेहरी करते हैं। इसके लिए गुरुद्वारा साहिब में रात 2 बजे सिख श्रद्धालु पहुंचते हैं जो सेहरी तैयार कर 3 बजे मानसा के सिविल अस्पताल में पहुंचाते हैं। इसके बाद शाम को इफ्तारी के लिए भी खास इंतजाम किए जाते हैं। गुरुद्वारा सिंघ सभा के अध्यक्ष रघुवीर सिंह ने बताया कि बाकी मरीज़ों को भी लंगर गुरुद्वारे से भेजा जा रहा है।


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Priyanka rana

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