किरण खेर की सीट पर कई दिग्गज दावेदार

punjabkesari.in Friday, Mar 15, 2019 - 11:04 AM (IST)

चंडीगढ़ (विशेष): चंडीगढ़ संसदीय सीट पर कांग्रेस और भाजपा दोनों का प्रभाव रहा है। इस बार दोनों दलों के बड़े दिग्गज इस केन्द्र शासित प्रदेश की एकमात्र सीट पर दावेदारी के लिए तैयार हैं। इस सीट से भाजपा की मौजूदा सांसद किरण खेर तो दावेदार हैं ही, चंडीगढ़ भाजपा के अध्यक्ष संजय टंडन की दावेदारी की भी चर्चा है।

 

कांग्रेस के दावेदार 
कांग्रेस की ओर से पूर्व रेलमंत्री पवन कुमार बंसल, पूर्व केन्द्रीय मंत्री मनीष तिवारी के नाम भी चर्चा में हैं। पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी और पूर्व विधायक नवजोत कौर सिद्धू ने भी यहां से चुनाव लडऩे की बात कहकर इस खूबसूरत शहर को ‘हॉट सीट’ बना दिया है।

 

किरण खेर ने 2014 में कांग्रेस के कद्दावर नेता पवन बंसल को हराकर भाजपा को जीत दिलाई थी। इस बार भी वह मजबूत दावेदार हैं। वहीं, 9 साल से चंडीगढ़ भाजपा के अध्यक्ष संजय टंडन के पिता बलरामजी दास टंडन छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रहे हैं। अब यह देखना होगा कि इस बार चंडीगढ़ की जनता भाजपा को जिताती है या फिर कांग्रेस को।

 

युवा मतदाता 33 प्रतिशत घटे, वरिष्ठ नागरिक 36 प्रतिशत बढ़े
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव दौरान चंडीगढ़ में मतदाताओं की संख्या 8,57,343 थी। इसकी तुलना में इस बार चुनाव के लिए मतदाताओं की सूचियों के अंतिम प्रकाशन के बाद 6,19,249 मतदाता ही बचे हैं। इस प्रकार 2 लाख 38 हजार मतदाता घटे हैं। इस बार 10 हजार नए मतदाता बढ़े हैं। 

 

इस बार वरिष्ठ नागरिक मतदाता 83,952 होंगे। 2014 में यह आंकड़ा 61,868 था। यानी करीब 36 फीसदी बढ़ौतरी हुई है। इसी तरह 18 से 19 वर्ष के बीच के युवा मतदाता 12,094 हैं। जबकि 2014 में यह संख्या 18,170 थी। इस तरह पिछले चुनाव के बाद से इनकी संख्या में 33 प्रतिशत की गिरावट आई है।

 

पैलेस ऑफ असैंबली
चंडीगढ़ स्थित पैलेस ऑफ असैंबली विधानसभा है जिसे विख्यात वास्तुकार ली कार्बूजिए ने डिजाइन किया था। इसे 1950 के आसपास बनाया गया था। यह कैपिटल कॉम्पलैक्स का हिस्सा है जिसमें 3 भवन विधानसभा, सचिवालय और उच्च न्यायालय शामिल हैं। इस इमारत को 2016 में यूनेस्को की विश्व विरासत स्थल के रूप में नामित किया गया था।

 

1967 में पहली बार हुए चुनाव
चंडीगढ़ की सीट पर पहली बार 1967 में लोकसभा चुनाव हुए थे। तब भाजपा के चांद गोयल ने जीत दर्ज की थी। भाजपा की मौजूदा सांसद किरण खेर से पहले यहां से पवन कुमार बंसल कांग्रेस के सांसद रहे हैं। इस सीट से बंसल 4 बार चुनाव जीत चुके हैं, जिसमें से उन्होंने 3 बार लगातार जीत दर्ज की है। 

 

बंसल से पहले यहां से भाजपा के सतपाल जैन ने लगातार 2 बार जीत दर्ज की थी। फिलहाल चंडीगढ़ में भाजपा का दबदबा है। पिछले लोकसभा चुनाव के बाद हुए निकाय चुनाव में भी भाजपा को यहां भारी जीत मिली थी। 

 

दिग्गजों में होड़
मनीष तिवारी 2009 में लुधियाना लोकसभा सीट से जीतकर संसद में पहुंचे थे जबकि पवन बंसल पिछले 40 सालों से राजनीति में सक्रिय हैं। वह 7 बार चुनाव लड़ चुके हैं। 4 बार जीते और 3 बार हार का सामना करना पड़ा। 

 

वह यू.पी.ए.-2 में रेल मंत्री भी रह चुके हैं। इसके अलावा नवजोत कौर अमृतसर में ही सक्रिय रही हैं। साल 2012 में अमृतसर पूर्व से वह भाजपा के टिकट पर विधायक बनीं। 1 अप्रैल 2016 में उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया था। 

 

देश का पहला योजनाबद्ध शहर
-चंडीगढ़ नाम का अर्थ है-चंडी का किला। यह हिन्दू देवी दुर्गा के एक रूप चंडिका या चंडी के एक मंदिर के कारण पड़ा है।
-चंडीगढ़ हिमालय की शिवालिक पर्वतमाला की तराई में भारत के उत्तर-पश्चिम में स्थित है।
-वास्तु-स्थापत्य के लिए प्रसिद्ध यह शहर आधुनिक भारत का प्रथम योजनाबद्ध शहर है।
-1952 में इस शहर की नींव रखी गई।
-चंडीगढ़ को फ्रांसीसी वास्तुकार ली कार्बूजिए ने डिजाइन किया था। इस शहर में पियरे जिएन्नरेट, मैथ्यु नोविकी और अल्बर्ट मेयर के भी अद्भुत वास्तु नमूने देखे जा सकते हैं।
-खूबसूरती के चलते चंडीगढ़ को ‘सिटी ब्यूटीफुल’ भी कहते हैं।
-यह पंजाब और हरियाणा 2 राज्यों की राजधानी है।
-यहां पंजाब और हरियाणा की विधानसभाओं व सचिवालयों के अलावा पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट भी हैं।
-चंडीगढ़ की अपनी कोई विधानसभा सीट नहीं है।

 

कब कौन जीता
1967    चांद गोयल    जनसंघ
1971    अमरनाथ विद्यालंकार    कांग्रेस
1977    कृष्ण कांत    जनता पार्टी
1980    जगन्नाथ कौशल    कांग्रेस-इंदिरा
1984    जगन्नाथ कौशल    कांग्रेस
1989    हरमोहन धवन    जनता दल
1991    पवन कुमार बंसल    कांग्रेस
1996    सत्यपाल जैन    भाजपा
1998    सत्यपाल जैन    भाजपा
1999    पवन कुमार बंसल    कांग्रेस
2004    पवन कुमार बंसल    कांग्रेस
2009    पवन कुमार बंसल    कांग्रेस
2014    किरण खेर    भाजपा


 

मौजूदा सांसद : किरण खेर
-जन्म : 14 जून 1955 को बेंगलूर में। 
-प्रारंभिक शिक्षा चंडीगढ़ से।
-चंडीगढ़ से ही इंडियन थिएटर ऑफ पंजाब यूनिवॢसटी से स्नातक।
-पंजाब यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी साहित्य से एम.ए. की डिग्री हासिल की।
-मुम्बई में रहने वाले उद्योगपति गौतम बेरी के साथ विवाह, फिर तलाक।
-1985 में अभिनेता अनुपम खेर से शादी की। 
-16वीं लोकसभा में गृह मामलों की स्थायी समिति की सदस्या हैं।


 


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pooja verma

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