जेल में जाने से पहले अनिवार्य डोप टेस्ट, तीन महीनों से पड़ा बंद

Saturday, Sep 29, 2018 - 01:45 PM (IST)

चंडीगढ़ : नशे की समस्या से जूझ रहे पंजाब को निजात दिलाने के लिए पंजाब सरकार द्वारा शुरू की गई योजना जिसमे नशे की लत जांचने के लिए हर कैदी का अनिवार्य डोप टेस्ट अब रुक गया हैं यह टेस्ट पिछले तीन महीनों से डोप टेस्ट किट की मांग पूरी न होने की वजह से फिलहाल के लिए रुका हुआ हैं। स्टेट हेल्थ डिपार्टमेंट यह किट्स खरीदने और और सप्लाई करने के लिए बुनियादी एजेंसी हैं पर वह भी ऐसा करने में सक्षम नहीं हैं। जेल विभाग काफी समय से हेल्थ डिपार्टमेंट से एक लाख डोप टेस्ट किट्स की मांग कर रहा हैं। 

 

अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने इस साल मार्च में किट्स की सप्लाई के लिए टेंडर्स भरे हैं लेकिन प्रोसेस पूरा नहीं हुआ। स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मोहिन्द्रा ने कहा कि वह इस मामले की जांच कर रहे हैं। जेल मिनिस्टर सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने कहा कि वह इस मामले को देख रहे थे और नशे की लत को दूर करने के लिए डोप टेस्ट सबसे बेसिक बात हैं। 

 

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हर एक कैदी के जेल में आने के समय पर डोप टेस्ट अनिवार्य बताया हैं। एडिशनल डायरेक्टर जनरल पुलिस आईपीएस सहोटा ने कहा कि एक बार कैदी का टेस्ट कर उसके इलाज़ की प्रक्रिया शुरू कर दी जाती हैं। डोप टेस्ट ड्रग अडिक्ट को अन्य नशेड़ियों से दूर रखने में भी मदद करता है। मैंने एक लाख किट की तत्काल आपूर्ति के लिए स्वास्थ्य विभाग को लिखा है, उन्होंने कहा, कि उन्हें बल्क में किट्स सप्लाई करने के लिए जेल कर्चारियों से कहके व्यवस्था करनी पड़ेगी। 

pooja verma

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