NDP के प्रधान जगमीत सिंह का पहला पंजाबी इंटरव्यू(Video)

Tuesday, Jun 12, 2018 - 05:58 PM (IST)

ब्रैम्पटन: ब्रैम्पटन में  कनाडा की तीसरी बड़ी पार्टी एन.डी.पी. के अध्यक्ष जगमीत सिंह ने कहा कि 7 जून के ओन्टारियो  चुनाव के नतीजे अगले साल अक्तूबर में  होने वाले  संघीय चुनावों पर गहरा प्रभाव डालेंगे। पंजाबकेसरी-जगबाणी 
के साथ एक विशेष साक्षात्कार के दौरान जगमीत ने कनाडा की राजनीति, ओन्टारियो चुनावों में एन.डी.पी. के प्रदर्शन, अमरीका के साथ ट्रेड वॉर  और प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की भारत यात्रा को लेकर बड़ी बेबाकी से साक्षात्कार दिया। 
पेश हैं जगमीत सिंह के साथ विशेष बातचीत के कुछ अंश-

 

सवाल: क्या ओन्टारियो चुनावों में एन.डी.पी. अत्यधिक आत्मविश्वास की वजह से सरकार बनाने में चूक गई?

जवाब: ऐसा नहीं हुआ। हम इन चुनावों में प्रगतिशील कंजर्वेटिव पार्टी (पी.सी.पी.) की जीत के अंतर को  कम करने में सफल रहे। दो माह पूर्व पी.सी.पी  जीत हासिल करती नजर आ रही थी और हमें  अंदाजा था कि पी.सी.पी. इन चुनावों में  बाजी मार सकती है। लिहाजा हमने पूरी मेहनत के साथ प्रचार किया व एन.डी.पी.  को पिछले चुनाव के मुकाबले दोगुनी सीटें हासिल हुईं। हम पी.सी.पी. की बहुत बड़े अंतर से जीत रोकने में कामयाब रहे और यही हमारी वास्तविक जीत है। 

 

सवाल: क्या ओन्टारियो चुनाव के परिणाम संघीय चुनाव को प्रभावित करेंगे? 

जवाब: बिल्कुल, इसका पूरा प्रभाव पड़ेगा। पहले लोग हमें गंभीरता से नहीं ले रहे थे पर इन चुनावों में मिली 40 सीटों से यह बात तो साबित हो गई कि एन.डी.पी. के उम्मीदवार भी चुनाव जीतने की क्षमता रखते हैं। लिहाजा बहुत से निर्वाचन क्षेत्रों में एन.डी.पी. की टिकट पर लडऩे वाले उम्मीदवारों की संख्या बढ़ेगी व इसका असर संघीय चुनावों पर अवश्य पड़ेगा।  विशेष रूप से ब्रैम्पटन और टोरंटो में नई डैमोक्रेटिक पार्टी (एन.डी.पी.) को अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। हमने ब्रैम्पटन में 5  में से 3 सीटें जीतीं और टोरंटो में भी पार्टी ने कई सीटों पर जीत हासिल की है। इस इलाके में संघीय चुनावों दौरान भी एन.डी.पी. का प्रभाव देखने को मिलेगा।
 

 

सवाल: क्या आप इन चुनाव परिणामों से संतुष्ट हैं?
जवाब: हमें लगता था कि हम सरकार बनाने में कामयाब हो सकते हैं और कोई भी राजनीतिक पार्टी सरकार बनाने के लिए ही चुनाव लड़ती है। हमने पूरी मेहनत भी की लेकिन पी.सी.पी. का प्रदर्शन ज्यादा बेहतर रहा। हालांकि पी.सी.पी. को 23 लाख वोट व  एन.डी.पी. को 19 लाख वोट हासिल हुए। इस तरह पी.सी.पी. के उम्मीदवार मात्र 4 लाख वोट अधिक हासिल कर 35 सीटों पर विजय हासिल कर सके। हमारे लिए इन चुनावों में संतुष्टि की बात यह है कि इस बार हमें पिछली बार से दोगुनी सीटों पर विजय प्राप्त हुई व लिबरल पार्टी का इन चुनावों में बिल्कुल सफाया हो गया। 

 

सवाल: लिबरल पार्टी की इन चुनावों में इतनी बड़ी हार क्यों हुई ?  

जवाब: दरअसल लिबरल पार्टी ने लोगों का विश्वास तोड़ा है। ओन्टारियो में विद्युत प्रणाली जनता के हाथ में रहनी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। लिबरल सरकार  ने शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं के फंड में कमी कर दी जिससे लोगों को लगा कि यह सरकार जन विरोधी है व उन्होंने लिबरल पार्टी को मात्र 7 सीटोंं पर ही समेट दिया व पार्टी की आधिकारिक मान्यता भी छिन गई।

 

सवाल: क्या आपके लिए कनाडा का सिख प्रधानमंत्री बनकर सरकार बनाना आसान होगा ?

जवाब: मेरा उद्देश्य चुनाव जीत कर कनाडा का प्रधानमंत्री बनना नहीं बल्कि समाज कल्याण से जुड़े कार्य करना है। हम जनता की आवाज बन कर जनता से जुड़े मुद्दे उठाएंगे ताकि लोगों का जीवन सरल बन सके व अमीरों को लाभ पहुंचने के बजाय गरीब व साधारणजन को सभी सुविधाएं मिलें।

 

सवाल: प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की भारत यात्रा को किस नजर से देखते हैं? 
जवाब: जस्टिन ट्रूडो के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया गया। उनके साथ अच्छा बर्ताव होना चाहिए था। इस मामले में हम ट्रूडो के साथ हैं। पर भारत के उनके दौरे प्रति कनाडा के नजरिए से हमें कोई फायदा नहीं  हुआ है। भारत ने कनाडा के साथ ऐसे समझौते किए हैं जिसका कनाडा को  ज्यादा व भारत को कम फायदा होगा। मुझे लगता है कि भारत के साथ किए समझौते संतुलित होने चाहिए थे। ऐसे समझौते जिनसे दोनों देशों का फायदा हो सकता है। 


 

ट्रंप के व्यवहार पर ट्रूडो ने फोन करके ली सलाह
अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के फैसले का कोई पता नहीं लग रहा। यह हमारे लिए मुश्किल समय है। ट्रम्प गलत काम कर रहे हैं। इससे लोगों का नुक्सान होगा। बहुत से लोगों की नौकरी जा सकती है। हमारी पार्टी इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ है। प्रधानमंत्री ट्रूडो ने भी मुझे फोन करके इस मामले में सहयोग मांगा है। मैंनेे भी उनको इस मामले में सुझाव दिए हैं। उम्मीद है कि वह उन पर अमल भी करेंगे। 


 

क्या आप महसूस करते हैं कि एक सिख होने के नाते पार्टी प्रधान बनने से भारतीयों की पार्टी होने की मोहर लग गई है?
हमारी पार्टी सबके लिए है। जनता में ऐसी कोई धारणा नहीं है। लोग मेरे चेहरे और धर्म को इस मामले में रुकावट नहीं मानते। हमारी पार्टी के ब्ल्यू पिं्रट में सारे धर्मों और सभी वर्गों के लिए एक जैसी नीति है। हम समाज के हर वर्ग को बराबर सुविधाएं देंगे। लोग हमारी नीतियों से जुड़ेंगे।


 

पलविंद्र परमार के मामले में आप काफी विवादों में रहे हो, क्या कहेंगे?
मैं हर तरह के आतंकवाद के खिलाफ हूं, जो समाज के लिए नुक्सानदायक है। यह बात मैं पहले भी कई बार कह चुका हूं।  

पहले लोग हमें गंभीरता से नहीं ले रहे थे पर इन चुनावों में मिली 40 सीटों से यह बात तो साबित हो गई कि एन.डी.पी. के उम्मीदवार भी चुनाव जीतने की क्षमता रखते हैं।                        - जगमीत सिंह

Tanuja

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