कांग्रेस की नई कार्यसमिति में नौजवानों व अनुभवी नेताओं को मिलेगा स्थान

Friday, Jul 13, 2018 - 09:21 PM (IST)

जालन्धर(धवन): कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा बनाई जाने वाली नई कार्यसमिति में नौजवानों तथा अनुभवी नेताओं को शामिल किया जाएगा। कांग्रेसी हलकों से पता चला है कि इन दिनों पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी कांग्रेस की सर्वोज्ज नीति निर्धारित संस्था कांग्रेस कार्यसमिति को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। राहुल ने इसके गठन को लेकर पूर्व अध्यक्ष व अपनी माता सोनिया गांधी से लम्बा विचार-विमर्श किया । कांग्रेसी नेताओं ने बताया कि नई कांग्रेस कार्यसमिति में पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मोती लाल वोहरा, अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद, अम्बिका सोनी, मुकुल वासनिक, पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह आदि को शामिल किए जाने के आसार हैं। 

कांग्रेसी हलकों ने बताया कि नई कार्यसमिति में नए पार्टी महासचिवों मल्लिकार्जुन खडग़े, ओमान चांडी, अविनाश पांडे, के.सी. वेणुगोपाल, आशा कुमारी, पी.एल. पुनिया, नारायण सिंह, जतिन्द्र सिंह, राजीव सातव, जतिन्द्र सिंह, गौरव गोगोई को भी शामिल किया जा सकता है। कांग्रेस के संविधान के अनुसार 25 में से 12 सदस्य प्रत्यक्ष तौर पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा चुने जाते हैं जबकि शेष सदस्यों का मनोनयन पार्टी अध्यक्ष द्वारा किया जाता है, परन्तु पिछले कुछ समय से यह बात देखने में आ रही है कि अधिकांश कार्यसमिति सदस्यों का मनोनयन ही कर दिया जाता है। कमेटी में स्थायी तथा विशेष आमंत्रित सदस्यों को शामिल किया जाता है। राहुल गांधी को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने नई कार्यसमिति बनाने के अधिकार सौंपे थे। 132 वर्ष पुरानी कांग्रेस पार्टी में कांग्रेस कार्यसमिति के लिए सदस्यों का चयन करने के लिए कुछ बार ही सीधे चुनाव हुए हैं।  पिछली बार सीधे चुनाव 1997 में कोलकाता में हुए थे जब सीताराम केसरी प्रधान थे। केसरी से पहले चुनाव नरसिम्हाराव के कार्यकाल में 1992 में हुए थे। कार्यसमिति के लिए सदस्यों का मनोनयन करना भी आसान नहीं है, क्योंकि इसमें आने के लिए सभी वरिष्ठ नेता पूरा जोर लगाते हैं।

अब प्रोफैशनल्स, उद्यमियों व सिविल सोसायटी से जुड़ेगी कांग्रेस
कांग्रेस ने लोकसभा के 2019 में होने वाले आम चुनावों से पहले प्रोफैशनल्स, उद्यमियों, सिविल सोसायटी तथा जनता की राय को प्रभावित करने वाले संगठनों से जुडऩे की योजना बनाई है। राहुल गांधी द्वारा इस संबंध में विचार-विमर्श शुरू कर दिया गया है। कांग्रेसी हलकों ने बताया कि चर्चा के दौरान राहुल गांधी को सुझाव दिया गया है कि सिविल सोसायटी से सीधे सम्पर्क साधने का समय आ गया है। इसी तरह से जनता की राय को प्रभावित करने वाले अन्य स्वयंसेवी संगठनों के साथ भी कांग्रेस को जुडऩा चाहिए। कांग्रेसी सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत ने सभी राज्यों के कांग्रेस अध्यक्षों को पत्र लिख कर कहा  कि प्रभावशाली संगठनों व लोगों के आंकड़े रखे जाने चाहिएं।  इन लोगों में प्रोफैशनल्स, सिविल सोसायटी, एक्टीविस्ट्स, पत्रकार, कलाकार तथा लेखक शामिल हैं।

Anil dev

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