पंजाब को ख़ुशहाल राज्य बनाने के लिए वचनबद्ध

Monday, Mar 11, 2024 - 07:56 PM (IST)


चंडीगढ़ 11 मार्च:(अर्चना सेठी) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज कहा कि राज्य सरकार पंजाब को  खुशहाल राज्य बनाने के लिए निरंतर यत्न कर रही है।


आज यहाँ ‘सरकार-व्यापार मिलनी’ के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि "इतिहास में पंजाब पहली बार इस तरह के खुशियों वाले समागम देख रहा है। इससे पहले समागमों में सिर्फ़ एक-दूसरे पर राजनैतिक कीचड़ फेंका जाता था परन्तु अब ऐसे समागमों में खुशी के जश्न मनाए जा रहे हैं। पहली बार व्यापारी राज्य को सफलता के स्थान पर ले जाने के लिए फ़ैसले लेने का अटूट अंग बने हैं।"
 

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की नेक नीयत के कारण आज नये स्कूल खुल रहे हैं, नये हस्पताल बन रहे हैं, 90 प्रतिशत घरों को मुफ़्त बिजली दी जा रही है, 43000 से अधिक लोगों को नौकरियाँ दीं गई हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के दौरान नीयत की कमी थी जिस कारण राज्य तरक्की पक्ष से पिछड़ गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब राज्य सरकार पिछली सरकारों का पंजाब विरोधी चेहरा बेनकाब कर रही हैं।
 

 नेता अपने स्वार्थों के लिए दल बदलते हैं। उन्होंने कहा कि इन नेताओं का एकमात्र एजेंडा अपने पारिवारिक सदस्यों को राजनीति में फिट करना है परन्तु लोगों की तरफ से इनको बार- बार नकार दिया गया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन नेताओं की सत्ता की भूख कभी नहीं मिटती और इसलिए यह नेता बहानेबाज़ी बनाकर उनके साथ लड़ते हैं।
 

 नेताओं के पास न तो लोक सेवा करने की दूरदर्शी पहुँच है और न ही कोई जज़्बा है। उन्होंने कहा कि इनका एकमात्र मकसद राज्य की दौलत को दोनों हाथों से लूटना है। उन्होंने कहा कि उद्योग को बुनियादी ढांचा चाहिए और हम नौजवानों के लिए नौकरियाँ और राज्य की तरक्की के लिए टैक्स चाहते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह सर्कल राज्य सरकार की औद्योगिक नीति का आधार है, जिस कारण वह व्यापारियों और उद्योगपतियों के साथ लगातार मीटिंगें कर रहे हैं।
 

मुख्यमंत्री ने कहा, "पंजाबी दुनिया भर में कामयाब हैं परन्तु इन राजनीतिज्ञों की पतनोन्मुखी नीतियों के कारण वह राज्य में सफलता की सीढिय़ाँ नहीं चढ़ सके। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने अपने स्वार्थों के लिए राज्य को बर्बाद किया है और पंजाब की दौलत को बेरहमी के साथ लूटा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसी कारण ही पंजाब निवासियों ने इन नेताओं को हरा कर घर बिठा दिया है। "
 

मुख्यमंत्री ने कहा, "राजनीति में बदलाव लाने और आम आदमी को राजनैतिक पार्टियों के एजंडे पर लाने का श्रेय अरविन्द केजरीवाल को जाता है। संकल्प पत्रों या चुनाव घोषणा पत्रों की जगह अब राजनैतिक पार्टियाँ लोगों को भलाई की गारंटियां दे रही हैं। मैं हमेशा ही किसी भी पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र को कानूनी दस्तावेज़ बनाने का पक्षधर रहा हूं जिससे राजनैतिक पार्टियाँ आम आदमी के साथ धोखा न कर सकें। "आगामी लोक सभा मतदान के मद्देनजऱ राजनैतिक नेताओं ने लोगों को राहत देने की पेशकश करनी शुरू कर दी है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से एल. पी. जी. की कीमतों में कटौती इसकी प्रत्यक्ष मिसाल है।

 

Archna Sethi

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