29 साल पुराने केस में पंजाब के पूर्व DGP सैनी समेत चंडीगढ़ के 8 पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज

punjabkesari.in Friday, May 08, 2020 - 11:10 AM (IST)

मोहाली (विनोद) : बलवंत सिंह मुल्लानी के लापता होने के मामले में करीब 29 साल पुराने मामले में पंजाब पुलिस के पूर्व डी.जी.पी. सुमेध सिंह सैनी समेत तत्कालीन 8 पुलिस मुलाजिमों के खिलाफ मोहाली के मटौर थाना में केस दर्ज किया गया है। 

जिनके खिलाफ आई.पी.सी. की धारा 364 (अपहरण या हत्या के लिए अपहरण), 201 (साक्ष्य मिटाने के कारण), 344 (गलत तरीके से कारावास), 330 (स्वेच्छा से स्वीकारोक्ति पर चोट करने का कारण) और 120 (बी) (आपराधिक साजिश) के तहत केस दर्ज किया गया है उनमें अधिकतर चंडीगढ़ पुलिस से संबंधित हैं। कई लोग रिटायर हो चुके हैं। जबकि एक का देहांत हो चुका है। अन्य आरोपियों तत्कालीन डीएसपी बदलेव सिंह सैनी, सब इंस्पेक्टर सतबीर सिंह, इंस्पेक्टर हर राय शर्मा, सब इंस्पेक्टर जगीर सिंह, सब इंस्पेक्टर अनूप सिंह,सब इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह व एक अज्ञात शामिल हैं।

उस समय चंडीगढ़ एस.एस.पी. के पद पर था तैनात :
वर्ष 1991 में जब सुमेध सिंह सैनी चंडीगढ़ में एस.एस.पी. के पद पर तैनात थे। उस दौरान सैनी पर एक आंतकी हमला हुआ था। हमले में उसमें उनकी सुरक्षा में तैनात चार लोग मारे गए थे। इस दौरान बलवंत सिंह मुल्लानी को चंडीगढ़ में पुलिस के दो अधिकारियों ने उठाया था। फिर मुल्तानी के अपहरण की शिकायत उनके भाई पलविंदर सिंह ने दर्ज कराई थी। काफी लंबी जंग चली ‌थी।  

इस मामले में सी.बी.आई. ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश पर सैनी के खिलाफ 2007 में कार्रवाई शुरू की थी, लेकिन बाद में इसे सर्वोच्च न्यायालय ने रद्द कर दिया था। लेकिन साल 2014 में उनके हाथ कई ऐसे तथ्य लगे, जिसके बाद उन्होंने दोबारा अपना संघर्ष शुरू किया है। वहीं, अब पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया है।

पूर्व अधिकारी के इंटरव्यू से हुआ था खुलासा :
पु‌लिस को दी शिकायत में बलवंत स‌िंह के भाई पलविंदर सिंह मुल्तानी ने बताया है कि साल 2015 के अंत में पंजाब पुलिस के एक पूर्व पुलिस अधिकारी में एक राष्ट्रीय नामी मैगजीन को इंटरव्यू दिया था। जो कि सैनी के साथ काम चुका है। 

जिसमें उस अधिकारी ने खुलासा किया था कि उस समय सुमेध सिंह सैनी और अन्य पुलिस अधिकारियों  ने कैसे लोगों यातनाएं दी गई थी। इसमें उनके भाई का‌ जिक्र भी किया गया था। जिससे उसकी मृत्यु हो गई। इसके बाद विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक व प्रिंट मीडिया वालों ने इस को प्रकाशित किया। जिससे कि वह पूरी तरह से हिल गए। उस समय हमें उम्मीद थी कि अब इस मामले में शायद कुछ होगा। लेकिन सुमेध सैनी के प्रभाव के चलते मामले में कुछ नहीं हुआ था।

सैनी के रिटायर होने पर दोबारा शुरू किया संघर्ष :
शिकायत में उन्होंने बताया कि सुमेध सिंह सैनी के सेवानिवृत्त होने के बाद परिवार ने दोबारा संघर्ष जारी रखने का फैसला लिया। फिर हमने उन सभी लोगों से संपर्क साधा जो कि उस समय उसके भाई के साथ रह चुके थे। इस दौरान कई चीजें सामने आई। इसमें कई ऐसे तथ्य थे जो कि हिलाकर रख देने  इसके बाद उन्होंने इस दिशा में कार्रवाई की।

वर्ष 1991 में किया था अगवा :
पुलिस को शिकायत पलविंदर सिंह निवासी जालंधर ने बताया है कि उसके भाई को अगवा करने का मामला 1991 का है। वह सिटको में जेई के पद पर था। वहीं, वह उस समय वह फेज-7 में रहते थे। उनके पिता दर्शन सिंह मुल्तानी पंजाब के एक सीनियर आई.ए.एस. अधिकारी थे। 

उस दौरान चंडीगढ़ के तत्कालीन एस.एस.पी. सुमेध सिंह सैनी की टीम ने उसके भाई बलवंत सिंह को चार बजे घर से जबरन उठाया था। इतना ही नही मोहाली और पंजाब में उनके कई जानकारों को उठाकर पूछताछ की गई थी, उन्हें यातनाएं तक दी थी। उसे समय भाई की सुरक्षित रिहाई के लिए परिवार ने कोई कोई कसर नहीं छोड़ी। मेरे पिता द्वारा हर कानूनी सहारा भी लिया गया। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। आखिर इंसाफ के इंतजार में उनकी मौत हो गई थी।


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Priyanka rana

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