घड़ियाली आंसु बहाकर कैप्टन साहब किसानों के हीरो बनने की होड़ में लगे: तरूण चुग
punjabkesari.in Wednesday, Nov 04, 2020 - 06:09 PM (IST)

नई दिल्ली: कैप्टन साहब का राजनैतिक फिल्मी फोटो सूट एक घंटे में खत्म हो गया। यह इनकी किसान व कृषि के प्रति संजीदिगी व ईमानदारी दर्शाता है। घडि़याली आंसु बहाकर कैप्टन साहब किसानों के हीरो बनने की होड़ में लगे हैं, जबकि सच यह है कि कांग्रेस पार्टी अर्बन नक्सलवाद के इशारे पर पंजाब के उद्योग, व्यापार व किसानी को तबाह करने में लगी है।
आज पंजाब के अंदर डर का माहौल है और मुख्यमंत्री और उनकी सरकार कानून-व्यवस्था स्थापित करने में असमर्थ व असफल हो चुके हैं। कृषि सुधार के कानूनों को जानबूझकर, झूठ बोलकर, षड़यंत्र के तहत, जनता में झूठ प्रचारित किया जा रहा है। पिछले 7 महीने से कैप्टन साहब सेवन स्टार फार्म हाउस में आराम फर्मा रहे थे।
जन आक्रोश व कांग्रेस पार्टी में आंतरिक फूट व दबाव से निपटने के लिए वे किसान आंदोलन का प्रयोग अपने व्यक्तिगत, राजनैतिक हितों हेतु कर रहे हैं। कैप्टेन साहब ने पिछले 36 साल में 1984 के सिख कत्लोगारत में शामिल कांग्रेस नेताओ व कातिलो को बचाने वाले गांधी परिवार पर सख्त करवाई हेतु राजगाट पर धरना क्यों नहीं दिया।
नकली गांधी को खुश करने हेतु कैप्टेन महात्मा गांधी के पवित्र स्थान को राजनैतिक रोटियां सेक कर अपवित्र कर रहे है। कैप्टन साहिब के धरने में किसान तो बहाना है तथा बिखरता, नाराज, हताश, कुनबा बचाना निशाना है।