बापू सूरत सिंह को जबरन उठाए जाने पर सिख संगतों में रोष: सिरसा

Tuesday, Jul 21, 2015 - 01:34 PM (IST)

अमृतसर (ब्यूरो): शिरोमणि अकाली दल के मीत प्रधान (पंच प्रधानी) बलदेव सिंह सिरसा ने लगभग 185 दिनों से बंदी सिखों की रिहाई के लिए भूख हड़ताल पर बैठे बापू सूरत सिंह को जबरन उठाकर लुधियाना के अस्पताल में भर्ती करवाने की सख्त शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि सरकार की इस कार्यवाई ने यह सिद्ध किया कि बादल सरकार पंथ की ऐकता से पूरी तरह घबरा गई है और सरकार अब सिखों को जेलों में बंद करके बापू सूरत सिंह की भूख हड़ताल खत्म करवाना चाहती है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
 
उन्होंने कहा कि बापू सूरत सिंह के आगे तो उनका सिर झुकता है परंतु सरकार की ज़िद के आगे समुदाय में गुस्सा पाया जा रहा है और अकाली सरकार के समय भी यदि वही मांगें न पुरी हों, जिन खातिर वह मोर्चे लगाते रहे हैं तो फिर बादल सरकार की हालत पर तरस ही किया जा सकता है। 
 
बापू सूरत सिंह ने अरदास करके भूख हड़ताल शुरू की थी और दुनिया भर के सिख बापू के साथ हैं। उन्होंने कहा कि बंदी सिखों की रिहाई का संघर्ष उस समय तक जारी रहेगा जब तक रिहाई नहीं हो जाती। 
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