भाखड़ा व हांसी बुटाणा नहर के बीच पड़ती पटड़ी में पड़ी गहरी दरार

punjabkesari.in Sunday, Jul 12, 2015 - 01:22 AM (IST)

समाना(अनेजा) : बारिश के चलते समाना के नजदीक भाखड़ा व हांसी बुटाणा नहर के बीच में पड़ती पटड़ी में गहरी दरार पड़ गई है, जिसके चलते पंजाब की भाखड़ा नहर का पानी हरियाणा की हांसी बुटाणा नहर के बिल्कुल समीप जा पहुंचा है । इस भाखड़ा नहर की पटड़ी की भी मात्र चौड़ाई 20 फुट के करीब ही है जिस वजह से अब पंजाब की मेन भाखड़ा लाइन के पानी का अंतर हरियाणा की हांसी बुटाणा नहर से मात्र 10 फुट के करीब ही रह गया है। 

अगर खुदा न खास्ता यह भाखड़ा नहर की पटड़ी पर बनी दरार और गहरी हो जाती है तो पंजाब की मेन भाखड़ा लाइन का पानी खुद-ब-खुद हरियाणा सरकार द्वारा बनाई गई हांसी बुटाणा नहर में जा मिलेगा, जिसे किसी भी कीमत पर फिर से रोका नहीं जा सकेगा। इस तरह पंजाब का नहरी पानी हरियाणा राज्य में जा मिलेगा। जबकि हरियाणा की तरफ से बनाई गई हांसी बुटाणा नहर को लेकर दोनों राज्यों में लगातार तलवारें ङ्क्षखची चली आ रही हैं।
 
भाखड़ा से पानी लेने के लिए बेशक हरियाणा ने हांसी बुटाना नहर तो बना ली थी परंतु पंजाब ने भाखड़ा से हरियाणा के लिए पानी नहीं छोड़ा और लंबे समय से यह विवाद चल रहा है। भाखड़ा व हांसी बुटाना के मध्य मात्र एक पटड़ी है अगर इस पटरी में पड़ी दरार और बढ़ गई तो हरियाणा सरकार की तरफ से कुछ किए बिना ही उसका काम अपने आप हो जाएगा। 
 
हरियाणा सरकार द्वारा बनाई गई यह हांसी बुटाणा नहर को विपक्ष के हर एक लीडर द्वारा हरियाणा सरकार की इस नीति को गलत ठहराते हुए इस हांसी बुटाना नहर बनाने का भी विरोध किया गया था। किसी भी कीमत पर पंजाब का नहरी पानी हरियाणा राज्य को देने का सख्त विरोध करते हुए किसी भी हालत में पंजाब का नहरी पानी हरियााणा राज्य को देने से साफ  इंकार करते हुए पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह, बीबी राजिन्द्र कौर भट्ठल व अन्य नेताओं द्वारा कई धरने प्रदर्शन किए गए थे।
 
 पंजाब सरकार पर भी इस बात को लेकर कई तरह के सवाल खड़े किए गए थे। उस समय भी पंजाब के नेताओं ने इस बात को लेकर रोष बढ़ गया था कि पंजाब सरकार द्वारा सामाना भाखड़ा नहर के पुल पर पंजाब की ओर से इस पर निगरानी रखने के लिए कमांडो फोर्स लगा दी गई थी व हरियाणा सरकार द्वारा हरियाणा की ओर इस कार्य पर निगरानी के लिए एक पुलिस चौकी का निर्माण किया गया था। हरियाणा व पंजाब सरकार द्वारा की गई अपनी-अपनी ओर से कारगुजारी पर अब तक करोड़ों ही रुपए खर्च किए जा चुके हैं। मगर हरियाणा सरकार को आज तक एक बूंद पानी भी नहीं मिल सका है।
 
देखने योग्य बात यह भी है कि पंजाब की इस भाखड़ा नहर के इस ओर पंजाब राज्य है।  इस भाखड़ा नहर की 20 फुट चौड़ी पटड़ी की दूसरी ओर हरियाणा राज्य पड़ता है जिस वजह से हरियाणा सरकार द्वारा इस भाखड़ा से पानी लेने के लिए  हांसी बुटाणा नहर का तरीका अपनाया गया था, जिसमें वह आज तक कामयाब नहीं हो सकी है। आज इस भाखड़ा नहर की पटड़ी में पड़ी बड़ी दरार ने हरियाणा सरकार की मंशा पर फिर से कई सवाल खड़े कर डाले हंै। 
 
इस संबंध में कइयों का कहना है कि भाखड़ा नहर में पड़ी इस बड़ी दरार के पीछे हरियाणा सरकार की कोई बड़ी कूटनीति भी हो सकती है। इस संबंधी कइयों ने यह भी कहा कि इससे पूर्व हरियाणा सरकार द्वारा पंजाब से नहरी पानी लेने के लिए कई प्रयत्न किए जा चुके हैं, मगर वह आज तक उनमें कामयाब नहीं हो पाई है व आज भी ऐसा ही प्रतीत होता है कि हरियाणा सरकार द्वारा पंजाब की भाखड़ा नहर से पानी लेने के लिए नया तरीका इजाद करते हुए भाखड़ा नहर के अपनी ओर से पड़ते रास्ते को कमजोर व मिट्टी का होने के कारण उसकी ओर से खोद दिया गया था। 
 
उन्हें मात्र हरियाणा सरकार द्वारा पंजाब की भाखड़ा नहर से पानी लेने के लिए यह साजिश रची गई लगती है, क्योंकि देखने की बात यह भी है कि भाखड़ा नहर की यह पटड़ी काफी लंबी बनी हुई है।  सारी पटड़ी को छोड़कर यह बड़ी दरार मात्र उस जगह पर क्यों पड़ी है, जिस जगह पर हरियाणा सरकार द्वारा हांसी बुटाणा नहर से पंजाब की भाखड़ा से पैंचर लगा कर पानी लेने की और के रास्ते को बिल्कुल साथ जोड़ता है। प्रशासन की तरफ से मौका देखने पहुंचे नायब तहसीलदार हरिन्द्रजीत शर्मा ने बताया कि उन्होंने इस भाखड़ा पटड़ी पर बनी दरार को देखते हुए अन्य उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना दे दी है। इसको तेजी से मजबूती के साथ बंद कर दिया जाएगा।
 

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