‘वैल विशर’ ने किया डिप्टी सुपरिंटैंडैंट पैंथे को फोन, और बताए साजिशकत्र्ताओं के नाम

Thursday, Jul 09, 2015 - 12:05 PM (IST)

जालंधर (प्रीत): बेशक, कमिश्नरेट पुलिस ने रिहायशी इलाके में मुठभेड़ के पश्चात डिप्टी सुपरिंटैंडैंट विक्रमजीत सिंह पैंथे पर फायरिंग करने वाले आरोपियों को काबू कर लिया लेकिन इस वारदात का मास्टर माइंड कोई और ही है जिसने डिप्टी सुपरिंटैंडैंट पैंथे की हत्या की साजिश रची। 

ऐसी सूचना डिप्टी सुपरिंटैंडैंट विक्रमजीत सिंह पैंथे के ‘वैल विशर’ ने उन्हें फोन पर दी है। पता चला है कि वैल विशर ने पैंथे को 2 लोगों के नाम भी बताए हैं, जो कि कमिश्नरेट पुलिस अधिकारियों को बता दिए गए हैं। इस बारे में न तो विक्रमजीत सिंह पैंथे कुछ बोलने को तैयार हैं और न ही कमिश्नरेट के अधिकारी।

उल्लेखनीय है कि करीब 10 दिन पहले विक्रमजीत सिंह पैंथे पर फायरिंग की गई। 3 दिन पहले पुलिस ने बस्तीयात इलाके में पैरोल पर आए सुक्खा भाऊ के घर रेड की और वहां से मुठभेड़ के पश्चात सुक्खा भाऊ, सुक्खी विधिपुरिया और फतेह को काबू कर लिया।

सुक्खी और फतेह ने पुलिस पूछताछ में माना कि डिप्टी सुपरिंटैंडैंट पर फायरिंग उन्होंने की थी। पुलिस इस मामले में अभी गुपचुप ढंग से जांच कर रही है। पुलिस अधिकारी अभी तक यह खुलासा नहीं कर पाए कि दोनों ने फायरिंग किस के कहने पर की। अभी पुलिस जांच चल ही रही है कि दो दिन पहले डिप्टी सुपरिंटैंडैंट विक्रमजीत सिंह पैंथे के फोन पर किसी का फोन आया। 

सूत्रों से पता चला है कि फोन करने वाले ने खुद को डिप्टी सुपरिंटैंडैंट का वैल विशर बताया। पता चला है कि फोन पर वैल विशर ने कहा कि उन पर हमला किसी और ने करवाया है। पता चला है कि 2 नाम भी बताए गए हैं। 2 दिन पहले आए फोन की सारी जानकारी कमिश्नरेट पुलिस अधिकारियों को दे दी गई है। डिप्टी सुपरिंटैंडैंट ने कमिश्नरेट अधिकारियों को फोन नम्बर भी दिया है, जिससे उन्हें फोन आया और जिन दो लोगों का जिक्र किया गया वह नाम भी बताए गए हैं। इस बारे में डिप्टी सुपरिंटैंडैंट और कमिश्नरेट अधिकारी फिलहाल चुप्पी साधे हुए हैं।

है तो साजिश, पुलिस करेगी बेनकाब: पैंथे
सुबह गुरु रविदास चौक के निकट स्थित अस्पताल में रूटीन चैकअप के लिए आए डिप्टी सुपरिंटैंडैंट विक्रमजीत सिंह पैंथे ने कहा कि फायरिंग के आरोपी पकड़े गए लेकिन एक बात समझ नहीं आ रही कि इन लोगों ने उन पर फायरिंग क्यों की क्योंकि इन लोगों के साथ उनका कभी भी कोई विवाद नहीं हुआ। मुझे तो यह भी याद नहीं कि यह तीनों उनके पास कभी जेल में रहे हैं। अगर रहे भी हैं तो कभी कोई तीखी नोकझोंक तक याद नहीं है।

एक सवाल के जवाब में डिप्टी सुपरिंटैंडैंट ने कहा कि कमिश्नरेट पुलिस गंभीरता से काम कर रही है। आरोपियों को पकड़ लिया गया है और अब पूछताछ में साजिशकत्र्ता भी बेनकाब हो जाएंगे।

जेल विभाग ने भी नहीं ली कोई सार
ड्यूटी के दौरान अपराधियों का शिकार बने डिप्टी सुपरिंटैंडैंट विक्रमजीत सिंह पैंथे की उनके विभाग ने भी सार नहीं ली है। जानलेवा हमला होने के बावजूद न तो उनकी सुरक्षा बढ़ाई गई है और न ही उनकी सार लेने कोई मंत्री संतरी घर पहुंचा है। 

आज विक्रमजीत पैंथे रूटीन चैकअप के लिए अस्पताल आए तो उनके पास वही पुराना गनमैन था। अपराधियों के निशाने पर चल रहे विक्रमजीत पैंथे को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान नहीं की गई है। पता चला है कि जेल विभाग द्वारा भी डिप्टी सुपरिंटैंडैंट की सुरक्षा संबंधी कोई खास एहतियात नहीं बरती जा रही।

टांग पर लगे प्लास्टर पर बच्चों ने लिखा ‘सत्यमेव जयते’
सिद्धांतों व असूलों की खातिर अपराधियों की दुश्मनी झेल रहे डिप्टी सुपरिंटैंडैंट पैंथे के साथ उनका पूरा परिवार डट कर खड़ा है। ऐसे मौके पर परिवार की स्पोर्ट से विक्रमजीत सिंह पैंथे का हौसला भी बुलंद है। आज वह अस्पताल चैकअप के लिए आए तो उनकी टांग पर लगे प्लास्टर पर बच्चों ने ‘गैट वैल सून’, ‘लव यू डैड’ के साथ-साथ पैन या स्कैच से ‘सत्यमेव जयते’ लिखा हुआ था। इससे स्पष्ट है कि पैंथे परिवार सच्चाई की लड़ाई आगे भी लड़ता रहेगा।

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