अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान डाक्टरों का खुला बड़ा राज, सामने आया असली सच

Tuesday, Jul 07, 2015 - 12:51 PM (IST)

जालंधर (धवन): भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकत्र्ताओं की टीम द्वारा उत्तर प्रदेश के शहर मेरठ में किए गए स्टिंग आप्रेशन से खुलासा हुआ है कि मानवीय अंगों को तांत्रिकों को बेचने में कुछ अस्पतालों की भूमिका रही है। 
 
उत्तर प्रदेश के कई अस्पताल पोस्टमार्टम के दौरान मानवीय अंगों को हटा कर उन्हें काले जादू के लिए तांत्रिकों को बेच रहे हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि लिवर 5000 तो हार्ट 20,000 रुपए में बेचा जा रहा है। स्टिंग आप्रेशन की वीडियो भी टीम के पास उपलब्ध है। 
 
मेरठ के पंकज यादव ने इस संबंध में एक विस्तृत रिपोर्ट सरकार को भेजी है। दूसरी ओर चीफ मैडीकल आफिसर रमेश चंद्र ने कहा है कि ऐसे निर्देश दिए गए हैं कि पुलिस की मौजूदगी के बिना किसी भी शव का पोस्टमार्टम न किया जाए। 
 
स्टिंग आप्रेशन में तैयार वीडियो में बताया गया है कि अस्पताल का एक कर्मचारी संबंधित व्यक्तियों को बता रहा है कि मानवीय अंगों की क्या-क्या कीमत है। फ्रैश बॉडी के लिवर की कीमत 5100 रुपए तो ओल्ड बॉडी का लिवर 2000 रुपए में उपलब्ध है। इस कर्मचारी ने यह भी कहा कि उसने हाल ही में एक पुलिस कर्मचारी के अंगों को बेचा था, जिसकी मेरठ में 22 जून को दुर्घटना में मौत हो गई थी। 
 
अस्पताल कर्मचारी का दावा था कि इन अंगों को तांत्रिक काले जादू के लिए लेते हैं। अधिकतर तांत्रिक लिवर की मांग करते हैं, जबकि कुछ तांत्रिक मृत व्यक्ति के हृदय की भी मांग कर रहे हैं। 
 
अस्पताल के अधिकारियों का मानना है कि उन्हें नहीं मालूम कि यह खेल कब से चल रहा है। पुलिस अधिकारी भी कह रहे हैं कि उन्हें भी इसके बारे में पहली बार सूचना मिली है। यह गैर कानूनी काम है। मानवीय अंगों को बेचा नहीं जा सकता। पोस्टमार्टम के दौरान अब और सख्ती बरती जाएगी तथा यकीनी बनाया जाएगा कि पोस्टमार्टम के दौरान मानवीय अंगों को निकाल न जा सके।
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