मोगा बस कांडः 50 दिन बीत जाने के बाद भी यह है सच

punjabkesari.in Sunday, Jun 28, 2015 - 04:02 PM (IST)

चंडीगढ़: बीती 29 अप्रैल को मोगा के बाघापुराना के नजदीक उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल की मल्कीयत वाली कंपनी अॉबिट बस में से धक्का देकर मारी गई लड़की का केस सरकार ने लटका दिया है। 

29 अप्रैल को मोगा में 13 वर्षीय लड़की अर्शदीप कौर को उसकी मां के साथ चलती बस में से धक्का देकर फैंकने के बाद सरकार पर प्रेशर बना तो 5 मई को जांच कमीशन बनाने का ऐलान किया गया। साथ ही कहा गया कि कमीशन 2 महीनो में रिपोर्ट बनाकर सरकार को सौंप देगा। 

51 दिन बीत जाने के बावजूद भी अभी तक कमीशन के प्रधान रिटायर्ड जस्टिस वी.के. बाली को आफीशियली कम्यूनीकेट भी नहीं किया गया है। उनके पास एक भी सरकारी कागज़ नहीं पहुंचा है जिसमें इस बात का ज़िक्र हो कि वह इस केस की जांच कर रहे हैं। उनका दफ़्तर कहां है, उनके साथ स्टाफ में कौन-कौन है? यह तो दूर की बात रही। यह सब कुछ मुहैया करवाने की जिम्मेदारी ट्रांसपोर्ट विभाग की थी। 

गौरतलब है कि 29 अप्रैल को मोगा में अॉबिट कंपनी की बस में पहले तो चलती बस में एक 14 साल की लड़की के साथ छेड़छाड़ की गई और जब लड़की और उसकी मां की तरफ से इसका विरोध किया गया तो उनको चलती बस में से धक्का देकर बाहर फैंक दिया गया जिसमें 14 वर्ष की लड़की अर्शदीप कौर की मौत हो गई थी। 


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