आस्ट्रेलिया जाना है तो पढ़ ले ये नियम

punjabkesari.in Thursday, Jun 18, 2015 - 03:10 PM (IST)

जालंधर (बुलंद): आस्ट्रेलिया पढ़ने जाने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए नई खबर यह है कि जून 2016 से आस्ट्रेलिया सरकार अपने वीजा नियमों में तबदीली करने जा रही है। इस बारे में जानकारी देते हुए आस्ट्रेलिया वीजा नियमों के माहिर त्रिवेदी ओवरसीज के डायरैक्टर सुकांत त्रिवेदी ने बताया कि नए नियमों की आस्ट्रेलिया की सरकारी वैबसाइट पर अप्डेशन आ गई है। 

उन्होंने कहा कि आस्ट्रेलिया में स्टूडैंट वीजा के लिए एस.एस.वी.एफ. प्रणाली चलाई जा रही है परंतु इसकी आखिरी तारीख जून 2016 थी। अब आस्ट्रेलियन सरकार ने जून 2016 से जारी की जाने वाली नई पालिसी एस.एस.वी.एफ. को लांच किया है। इस पालिसी के अधीन एस.वी.पी. नियमों को बेहद आसान बनाया गया है। 

जहां एस.वी.पी. सब-क्लास 8 थी, वहां एस.एस.वी.एफ. में 2 सब-क्लास बनाई गई हैं। इनमें अलग-अलग देशों और आस्ट्रेलियाई कालेजों की यूनिवर्सिटियों को रिसक्रेटिंग दे दी गई है, जिसको सरकारी सॉफ्टवेयर में दर्ज कर लिया गया है, जिसके अधीन लोअरिस्ट रेटिंग कालेजों में पढ़ने जाने वाले विद्यार्थियों को कागजात जमा करवाने होंगे जबकि ज्यादा रिसक वाले संस्थानों में पढ़ने जाने वाले विद्यार्थियों को ज्यादा कागजात फाइल करने होंगे। 

शिक्षा संस्थानों और देशों की सक्योरिटी आटोमैटीकली होगी। इसके अलावा नाइट रिविऊ समिति की तरफ से एस.वी.पी. के लिए 41 प्रस्ताव पास किए गए हैं, जबकि एस.एस.वी.एफ. के लिए 2 और प्रस्ताव पास किए गए हैं। 

त्रिवेदी ने बताया कि शिक्षा प्रणाली में बड़ा बदलाव लाने के पीछे मुख्य कारण यह भी था कि काफी विद्यार्थी आस्ट्रेलिया में जाते तो एस.वी.पी. संस्थानों में पढ़ने हैं परंतु वहां जाकर अपना कालेज बदल कर नान-एस.वी.पी. करने लग पड़ते थे। उन्होंने कहा कि इस नई प्रणाली के लागू होने के साथ विद्यार्थियों को फायदा होगा और वीजा दर भी बढ़ेगी। 


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