पंजाबी न पढ़ाने वाले स्कूलों के लिए खतरे की घंटी
Tuesday, May 26, 2015 - 06:01 PM (IST)
जालंधर: राजभाषा कानून 2008 के अनुसार पंजाबी विषय को सिलेबस में शामिल न करने वाले स्कूलों के खिलाफ धरने दिए जाएंगे। पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के पूर्व वाइस चांसलर डा. जोगिंद्र सिंह पुआर की अध्यक्षीय में हुई पंजाबी भाषा तालमेल समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया है कि पंजाबी न पढ़ाने वाले स्कूलों के खिलाफ आगामी जुलाई महीने से धरने दिए जाएंगे।
समिति ने मांग की है कि स्कूलों में पंजाबी पढ़ने से न रोका जाए। समिति के संयोजक डा. अनूप ने बताया कि समिति की तरफ से दूसरा भाषा सम्मेलन अगस्त या सितंबर महीने में पंजाबी भवन लुधियाना में आयोजित किया जाएगा।