जालंधर के गुरविंद्र ने पूरे देश में करवा दी बल्ले-बल्ले

Tuesday, May 26, 2015 - 10:49 AM (IST)

जालंधर (विनीत): ‘‘सी.बी.एस.ई. बोर्ड परीक्षा से डरना नहीं चाहिए, यदि स्कूल में अध्यापकों द्वारा करवाए गए पाठ का घर में अच्छे से अध्ययन किया जाए तो किसी तरह की ट्यूशन की आवश्यकता ही नहीं पड़ती।’’ 

ऐसा मानना है सी.बी.एस.ई. द्वारा ली गई 12वीं नान-मैडीकल की परीक्षा में 500 में से 494 (98.8 प्रतिशत) अंक प्राप्त करने वाले पुलिस डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल, पी.ए.पी. कैंपस के छात्र गुरविंद्र सिंह सैनी का, जिसने उक्त परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करते हुए देश में तीसरा और राज्य भर में पहला स्थान प्राप्त किया है। 
 
गुरविंद्र अपनी इस सफलता का श्रेय स्कूल की पिं्रसीपल डा. रश्मि विज, अध्यापकों और अभिभावकों को देता है। सादगी भरा जीवन बिताने वाले गुरविंद्र को 97 प्रतिशत तक अंक प्राप्त करने की तो उम्मीद थी लेकिन वह देश में तीसरे स्थान पर आएगा इसका अंदाजा न था। भविष्य में कम्प्यूटर इंजीनियर बनने का सपना देखने वाले गुरविंद्र के पिता हरदेव सिंह सैनी अहमदाबाद की टैक्सटाइल कंपनी में जाब करते हैं, जबकि माता मीना सैनी गृहिणी है। 
 
उसका मानना है कि घंटों दिन-रात बैठ कर किताबों को रट्टा लगाने की बजाय जितना पढ़ें स्मार्टली पढ़ें। उसने 2 साल तक अपने मनपसंद खेल क्रिकेट तक से दूरी बना रखी थी। वह क्रिकेट देखता तो था लेकिन खेलने के लिए उसे पर्याप्त समय ही नहीं मिल पाता था। उसकी बड़ी बहन गुरप्रीत भी उसे पढ़ाई के लिए प्रेरित करती रही। गुरविंद्र का मानना है कि जिस भी स्कूल में पढ़ाई करो वहां के अध्यापकों और पढ़ाई पर पूर्ण विश्वास रखो। 
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