अब हैरोइन का अवैध कारोबार करने के लिए मशहूर हुआ गांव छन्नी बेली

Saturday, May 23, 2015 - 11:50 PM (IST)

गुरदासपुर(विनोद): पंजाब की सीमा के साथ लगते हिमाचल प्रदेश के अवैध शराब निर्माण के लिए बदनाम गांव छन्नी बेली इस समय शराब के कारोबार को छोड़ कर हैरोइन का अवैध कारोबार करने के लिए पंजाब, हिमाचल प्रदेश तथा जम्मू-कश्मीर में मशहूर होता जा रहा है। इस गांव में अभी 70 से अधिक परिवार इस हैरोइन कारोबार में संलिप्त हैं तथा हर परिवार की हैरोइन बिक्री से लगभग प्रतिदिन 2 लाख रुपए की सेल होती है। इस गांव में आसानी से मिलने वाली हैरोइन के कारण इसका सीधा असर नौजवानों पर पड़ रहा है।

 
हैरानी की बात यह है कि इस संबंधी जिला पुलिस गुरदासपुर, जिला पुलिस बटाला, जिला पुलिस पठानकोट सहित बार्डर रेंज के आई.जी. तक सभी को पूरी जानकारी होने के बावजूद इस गांव में हिमाचल प्रदेश पुलिस की मदद से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
 
जिला रैडक्रॉस मुक्ति सैंटर में हैरोइन की लत से छुटकारा पाने के लिए दाखिल एक नौजवान गुरमीत सिंह निवासी गांव गिल-मंज ने बताया कि वह अपने गांव में 5 एकड़ भूमि का मालिक है, परंतु गांव के ही एक अन्य नौजवान ने उसे हैरोइन की लत लगा दी। इस लत के कारण वह एक साल में अपनी 18 कनाल जमीन तथा दुकानें बेचने से प्राप्त लगभग 60 लाख रुपए इस हैरोइन के नशे की पूॢत पर बर्बाद कर चुका है। उसने बताया कि वह पठानकोट निवासी अपनी जान-पहचान के नौजवान के साथ मिल कर हिमाचल प्रदेश के गांव छन्नी बेली से यह हैरोइन खरीद कर लाता था। हैरानी की बात यह है कि वहां पर सारा कारोबार पुलिस की मिलीभगत से हो रहा है। 
 
इसके अलावा राज कुमार, जो इस रैडक्रॉस नशा मुक्ति सैंटर में हैरोइन के नशे से मुक्ति पाने के लिए आया हुआ है, के अनुसार इस गांव में प्रतिदिन लगभग 2 करोड़ रुपए का हैरोइन का कारोबार होता है। इस गांव में 6 से 7 हजार रुपए प्रति ग्राम हैरोइन मिलती है तथा जो परिवार इस अवैध कारोबार में लगे हुए हैं वे प्रतिदिन 2 से 3 लाख रुपए की हैरोइन बेचते हैं। 
Advertising