बीमारियों के गम से हुआ पागल गुरनाम कर रखा जंजीरों में कैद

Saturday, May 23, 2015 - 02:03 AM (IST)

लोपो: किस्मत का प्रकोप झेल रहा गांव लोपो का एक दलित परिवार घर के मुखिया का इलाज करवाने में असमर्थ रहने के कारण उसको जजीरों में जकड़ कर रखने को मजबूर है।
 
अफसोस इस बात का है कि परिवार वाले 55 वर्षों से गुरनाम सिंह गामे का इलाज करवाने के लिए प्र्रशासन और समाज सेवी संगठनों उम्मीद लगाकर बैठे हैं परंतु किसी ने इस गरीब परिवार की सहायता नहीं की। गुरनाम सिंह की पत्नी सवरन कौर को इस बात का दुख है कि उसने अपने पति को गैर कानूनी ढंग से जंजीरों से बांधकर कैद किया हुआ है। सरकार को पति की इस हालत के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए सवरन कौर ने कहा कि यदि गरीबी के कारण अपना मानसिक संतुलन खो बैठे उसके पति का समय पर इलाज हो जाता तो वह ऐसा कदम न उठाती। 
 
सवरन कौर ने बताया कि आज से करीब एक साल पहले जब उसका  पति  बीमार हुआ  तो गरीबी के कारण वह नीम हकीम के चक्कर में 
पड़ गई। उसने धनौला गांव से देसी दवाई ली जिसके सेवन के बाद उसका पति पीलिया सहित कई नामुराद बीमारियों से जकड़ गया। स्वास्
थ्य अधिक बिगडऩे के बाद गुरनाम सिंह दिमागी तौर पर परेशान रहने लगा और  पागलों जैसी हरकतें करने लगा व पारिवारिक मैंबरों से 
मारपीट और घर का सामान तोडऩा शुरू कर दिया।
 
गांव के पंचायत मैंबरों गुरतेज सिंह भेजा, रवीइन्द्र सिंह रवि लोपो और गुरतेज सिंह ने बताया कि गांव के कुछ गण्यमान्य लोगों ने गुरनाम 
सिंह का इलाज शुरू करवाया परंतु वह ठीक नहीं हो सका और पारिवारिक मैंबरों को मजबूरीवश उसे जंजीरों में जकडऩा पड़ा। सवरन कौर 
व गांव के लोगों ने सरकार व स्वास्थ्य विभाग से गुहार लगाई है कि यदि गुरनाम सिंह का नि:शुल्क इलाज करवाया जाए तो वह ठीक हो 
सकता है।
Advertising