जालंधर बनेगा स्मार्ट सिटी

Friday, May 08, 2015 - 03:40 AM (IST)

जालंधर (खुराना): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट के तहत जालंधर शहर का सलैक्शन हो गया है जिससे शहर के अच्छे दिन आने की उम्मीद बनी है। 
 
गौरतलब है कि इससे पहले केंद्र सरकार ने स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट के तहत अमृतसर और लुधियाना का चयन किया था और जालंधर को इस प्रोजैक्ट के घेरे से बाहर रखा था। कुछ माह पहले मुख्यमंत्री ने इस मामले में प्रधानमंत्री तथा केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री से भेंट करके जालंधर को भी स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट के तहत लाने की मांग रखी थी और कहा था कि यह शहर भी 10 लाख जनसंख्या वाली शर्त पूरी करता है। इसलिए इसे स्मार्ट सिटी के तौर पर विकसित किया जाए। 
 
पता चला है कि हाल ही में केन्द्रीय मंत्रालय ने जो प्रस्तावित 100 स्मार्ट सिटी की सूची जारी की है उसमें जालंधर का भी नाम है। शहर के स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट में शामिल होने से स्थानीय अकाली-भाजपा नेता जहां काफी खुश दिखाई दे रहे हैं वहीं जालंधर नगर निगम की 8 मई को होने जा रही पार्षद हाऊस की बैठक के एजैंडे में प्रस्ताव भी डाल दिया है जिसके तहत विभिन्न प्रोजैक्टों की रिपोर्ट तैयार करने के लिए की-पर्सोनल (विशेषज्ञ) भर्ती किए जाने हैं। 
 
प्रस्ताव के अनुसार इन विशेषज्ञों में एक जी.आई.एस. स्पैशलिस्ट, एक टाऊन प्लाङ्क्षनग स्पैशलिस्ट, एक प्रोजैक्ट इंजीनियरिंग स्पैशलिस्ट, एक वर्कशाप सुपरवाइजर तथा 2 डीजल मैकेनिक शामिल हैं। इन विशेषज्ञ के एक साल के वेतन पर जालंधर नगर निगम 23 लाख रुपए खर्च करेगा। फिलहाल जालंधर नगर निगम का पार्षद हाऊस इन विशेषज्ञों को भर्ती करने के प्रस्ताव  पर विचार करेगा। 
 
क्या-क्या होगा स्मार्ट सिटी में
केन्द्र सरकार ने 100 स्मार्ट सिटी विकसित करने हेतु इस साल के बजट में 7060 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा है और इन शहरों को 2022 तक विकसित किए जाने का लक्ष्य है। इसके तहत स्मार्ट सिटी के तौर पर चुने गए शहर में स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर, अच्छी सड़कें, पैदल चलने वालों के लिए अलग रास्ता, पब्लिक टायलैट्स, वाटर व सीवरेज नैटवर्क, स्ट्रीट लाइटिंग, सिग्नल सिस्टम, गैस सप्लाई, सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट सिस्टम, ड्रेनेज, सेफ्टी तथा सिक्योरिटी डिवाइस उपलब्ध करवाए जाएंगे जिनमें प्राइवेट भागीदारी भी होगी। 
 
स्मार्ट सिटी के फायदे
हालांकि स्मार्ट सिटी एक दूर का स्वप्न दिखाई दे रहा है परंतु इसमें जो प्रस्तावित सुविधाएं दिखाई गई हैं उनके अनुसार शहर के एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक जाने के लिए अधिकतम समय 15 मिनट होगा। शहर निवासियों को 135 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन पीने का पानी मिलेगा। शहर के 95 प्रतिशत घरों के निकट शापिंग सैंटर, पार्क, प्राइमरी स्कूल, रिक्रेशनल एरिया इत्यादि उपलब्ध होगा। स्मार्ट सिटी के तहत गवर्नैंस, एनर्जी, होम्ज, बिल्डिंग, मोविल्टी, इंफ्रा, टैक्नोलाजी, हैल्थ केयर तथा सीविक सैंस को सुधारा जाएगा। 
Advertising