दिन-दिहाड़े 2 लोगों की हत्या, 1 घायल (तस्वीरें)

punjabkesari.in Monday, Apr 27, 2015 - 03:00 AM (IST)

अमृतसर/पट्टी (अरुण/रखड़ा): विभिन्न स्थानों पर दिन-दिहाड़े 2 लोगों का हत्या कर देने का समाचार है। फतेहगढ़ चूडिय़ां रोड स्थित बाबा दीप सिंह कालोनी के एक घर में 45 वर्षीय कत्ल की गई महिला की आज सुबह  लाश पड़ी मिली। मृतका सुखराज कौर पत्नी सुखविन्दर सिंह की लाश को इलाका वासियों द्वारा 11 बजे के करीब देखा गया। 
 
सरपंच हरप्रताप सिंह ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और घटना की सूचना मिलते ही एस.एस.पी.-2 केतन पाटिल, चौकी फतेहगढ़ चूडिय़ां बाईपास एस.आई. विपन कुमार शर्मा मौके पर पहुंच गए। शव कब्जे में लेकर पुलिस द्वारा 174 सी.आर.पी.सी. तहत कार्रवाई की गई। 
 
एस.आई. विपन शर्मा ने बताया कि मृतका का पति डेयरी पर काम करता है, उसका लड़का नानके घर रह रहा है। उन्होंने बताया कि महिला दिमागी तौर पर परेशान रहती थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के पश्चात ही मौत का कारण सामने आने का हवाला देते हुए एस.आई. विपन शर्मा ने बताया कि पुलिस को कुछ ऐसे सुराग हाथ लगे हैं, जिससे वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों के कॉलर को जल्द हाथ डाला जाएगा।
 
वहीं आज देर शाम शहर की घनी आबादी वाली पट्टी की गुरु नानक कालोनी में स्थित एक घर में एक व्यक्ति की भेदभरी हालत में लाश मिलने से सनसनी फै ल गई, जबकि उसका पोता गंभीर रूप से जख्मी हालत में एक अलग कमरे में बंद मिला, जिसको पुलिस ने दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला। 
 
जानकारी अनुसार जंगलात विभाग से ऑफिसर रैंक पर रिटायर बलकार सिंह (65) के परिजन आज डेरा साहिब में माथा टेकने के लिए गए हुए थे। घर में बलकार सिंह और उसका पोता गुरजीत सिंह श्ंिादा पुत्र राजू अकेले थे। आरम्भिक जांच दौरान इस घटना को लूटपाट की घटना से जोड़कर देखा जा रहा है।  
 
घटना संबंधी उस समय पता चला कि जब उनके घर में काम करने वाली औरत घर गई तो उसने कमरे के बाहर तक खून निकलता हुआ देखा तो वह घबराकर बाहर दौड़ी और आस-पड़ोस के लोगों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस को घटनास्थल पर पहुंचने पर अकेले बलकार सिंह की लाश मिली और गुरजीत सिंह की तलाश करने पर वह कहीं नहीं मिला। 
 
करीब 1 घंटे बाद जब पुलिस ने उनके घर के ही दूसरी तरफ  तलाश की तो वहां एक बंद कमरे का दरवाजा तोड़ा गया तो अंदर गुरजीत सिंह शिंदा गंभीर अवस्था में घायल मिला, जिसको तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे अमृतसर रैफर कर दिया। खबर लिखे जाने तक बलकार सिंह के परिजन वापस नहीं पहुंचे थे। पुलिस द्वारा फिंगर प्रिंट माहिर और डॉग स्क्वायड का इंतजार किया जा रहा था। इस घटना ने शहर में लोगों की जानमाल की सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। घटना में लूटे गए माल संबंधी अभी तक पता नहीं चल सका।

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