महिलाओं की बहादुरी लाई रंग, बचाई स्कूटी
Friday, Apr 24, 2015 - 12:40 PM (IST)
गुरदासपुर (विनोद): आज दिन-दिहाड़े मोटरसाइकिल सवार अज्ञात लुटेरों ने 2 बहनों में से एक को गंभीर घायल कर उनका पर्स लूटने में सफल हो गए, परंतु इन महिलाओं द्वारा बहादुरी से मुकाबला करने पर वे इनकी स्कूटी छीनने में सफल नहीं हुए।
अस्पताल में दाखिल गीता पत्नी तरसेम लाल निवासी नंगल कोटली गुरदासपुर की बहन शालू पत्नी मोहन लाल निवासी अब्बलखैर ने बताया कि आज दोपहर लगभग 1.30 बजे वह बहन गीता तथा उसके 10 वर्षीय बेटे अजय कुमार के साथ स्कूटी पर अपने मायके गांव मराड़ा जा रही थी।
जैसे ही वे गुरदासपुर-पनियाड़ लिंक रास्ते गांव जाफलपुर के पास पहुंचे तो पीछे से एक मोटरसाइकिल पर सवार 2 नौजवानों ने गीता के हाथ में पकड़ा पर्स छीनने की कोशिश की, जिस पर वे सभी गिर गए। लुटेरों ने जब पर्स छीनने के बाद उनकी स्कूटी छीनने की कोशिश की तो गीता ने हिम्मत कर लुटेरों का विरोध करना शुरू कर दिया तथा मामला हाथापाई तक पहुंच गया।
गीता के विरोध के कारण लुटेरों ने उसकी पिटाई की तथा उसके द्वारा हस्तक्षेप करने पर उसे तथा गीता के बेटे को भी लुटेरों ने थप्पड़ मारने शुरू कर दिए। शोर मचाने पर लुटेरे गीता का पर्स, जिसमें उसका पर्स भी था, लेकर मीरपुर सड़क की तरफ भागने में सफल हो गए। गीता के पर्स में 1100-1200 रुपए थे, जबकि उसके पर्स में लगभग 15 हजार रुपए थे। सूचना मिलते ही पुलिस ने चारों तरफ नाकाबंदी कर दी। समाचार लिखे जाने तक लुटेरों का कुछ पता नहीं चला।
अस्पताल में दाखिल गीता पत्नी तरसेम लाल निवासी नंगल कोटली गुरदासपुर की बहन शालू पत्नी मोहन लाल निवासी अब्बलखैर ने बताया कि आज दोपहर लगभग 1.30 बजे वह बहन गीता तथा उसके 10 वर्षीय बेटे अजय कुमार के साथ स्कूटी पर अपने मायके गांव मराड़ा जा रही थी।
जैसे ही वे गुरदासपुर-पनियाड़ लिंक रास्ते गांव जाफलपुर के पास पहुंचे तो पीछे से एक मोटरसाइकिल पर सवार 2 नौजवानों ने गीता के हाथ में पकड़ा पर्स छीनने की कोशिश की, जिस पर वे सभी गिर गए। लुटेरों ने जब पर्स छीनने के बाद उनकी स्कूटी छीनने की कोशिश की तो गीता ने हिम्मत कर लुटेरों का विरोध करना शुरू कर दिया तथा मामला हाथापाई तक पहुंच गया।
गीता के विरोध के कारण लुटेरों ने उसकी पिटाई की तथा उसके द्वारा हस्तक्षेप करने पर उसे तथा गीता के बेटे को भी लुटेरों ने थप्पड़ मारने शुरू कर दिए। शोर मचाने पर लुटेरे गीता का पर्स, जिसमें उसका पर्स भी था, लेकर मीरपुर सड़क की तरफ भागने में सफल हो गए। गीता के पर्स में 1100-1200 रुपए थे, जबकि उसके पर्स में लगभग 15 हजार रुपए थे। सूचना मिलते ही पुलिस ने चारों तरफ नाकाबंदी कर दी। समाचार लिखे जाने तक लुटेरों का कुछ पता नहीं चला।