गिद्ध को बचाने में फंड बना रोड़ा

punjabkesari.in Thursday, Apr 23, 2015 - 03:30 PM (IST)

पठानकोट: गिद्धों की तादात घटती जा रही है।  गिद्धों की घट रही तादात का कारण डाइक्लोफिनिक नामक दर्दनाशक दवा बताया जा रहा हैै। गिद्ध इस दवा को निगल रहे हैं जिस कारण उनकी मौत हो रही है।
 
जानकारी के अनुसार गिद्धों की संख्या कम होती जा रही है। अगर वर्ष 1960-62 में किए गए सर्वे के बारे में बात की जाए तो गिद्धों की संख्या 40 लाख थी जो कि अब कम होकर 12 हजार हो गई है। 
 
केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के सहयोग से पंजाब के वन्य जीव संरक्षण विभाग की और से वर्ष 2009 में एक वल्चर रैस्टोरेंट खोला गया था। रैस्टोरेंट को खोलने में साढ़े छह लाख की लागत आई। 2012 में इस प्रौजैक्ट के अच्छे नतीजे सामने आए, लेकिन 2013 से लेकर अब तक सरकार की और से फंड नहीं मिले, जिस कारण प्रौजैक्ट पर तालाबंदी हो गई। 

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