सेखड़ी इंस्टीच्यूट गोलीकांड में खुलासा

Thursday, Apr 23, 2015 - 02:00 AM (IST)

बटाला(बेरी): विश्वामित्र सेखड़ी इंस्टीच्यूट के गोलीकांड मामले के बारे में खुलासा करते हुए एस.एस.पी. इंद्रबीर सिंह ने बुलाई गई प्रैस कान्फ्रैंस मेंं बताया कि इस कांड के तार अमृतसर केन्द्रीय जेल से जुड़े हुए हैं।
 
उल्लेखनीय है कि 17 अप्रैल को सकुछ युवाओं ने उक्त इंस्टीच्यूट के बाहर यह कह कर गोलियां चलानी शुरू कर दीं कि कोई भी इस कालेज का प्रधान न बने नहीं तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच करनी आरंभ की तो आशु शर्मा पुत्र दविन्द्र शर्मा निवासी वार्ड नं.-9 मजीठा उक्त मामले में शामिल पाया गया। इसके बाद उसको अड्डा घसीटपुरा से गिरफ्तार कर लिया। 
 
आशु से पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने माना कि जिस सफेद रंग की स्विफ्ट कार पर उन्होंने वारदात को अंजाम दिया था, वह धर्मेन्द्र सिंह उर्फ पिंकू पुत्र दिलबाग सिंह निवासी गांव टरपई थाना मजीठा की है जिसके बाद पुलिस ने उक्त गाड़ी को बे-आबाद शैलर शेखूपुरा से बरामद कर लिया। आशू ने पूछताछ दौरान यह भी माना कि इस गोलीकांड का मास्टर माइंड सुखप्रीत सिंह उर्फ हैरी पुत्र बचन सिंह निवासी गांव थाना घनिए-के-बांगर है और हैरी उसे गुरु नानक अस्पताल अमृतसर में मिला था। उसके इशारों पर ही गोलियां चलाई थीं।
 
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हैरी इस समय अमृतसर केन्द्रीय जेल में बंद है और उसे प्रोडक्शन वारंट के आधार पर लाकर पूछताछ की जाएगी। वारदात में शामिल नौजवानों में गुरप्रीत सिंह पुत्र सुखविन्द्र सिंह, जसबीर सिंह पुत्र बेला सिंह, भूपिंद्र सिंह पुत्र सतनाम सिंह एवं धर्मेन्द्र सिंह पुत्र दिलबाग सिंह के नाम भी उल्लेखनीय हैं। एस.एस.पी. ने बताया कि मामले की जांच जारी है तथा इस संबंध में हरजीत सिंह पुत्र बलदेव सिंह निवासी गांव धीर के बयानों के आधार पर थाना सदर में मुकद्दमा दर्ज कर दिया गया है।
 

 

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