दोस्त ही निकले कातिल

Sunday, Apr 19, 2015 - 03:07 AM (IST)

काहनूवान/गुरदासपुर (विनोद): 16 अप्रैल को सायं गांव नानोवाल कलां के समीप से निकलती मुख्य नहर से भैणी मियां खान पुलिस ने एक नौजवान का पानी में डूबा शव बरामद किया था, जिसकी पहचान संदीप सिंह उर्फ राजू पुत्र जसपाल सिंह निवासी फेरोचेची के रूप में हुई थी। पुलिस स्टेशन भैणी मियां खान की पुलिस ने इस अंधे कत्ल की गुत्थी 24 घंटों में ही सुलझा ली, जिसमें पता चला कि उसके दोस्त ही उसके कातिल हैं।

पुलिस स्टेशन के मुखी हरशरण सिंह भिंडर ने बताया कि मृतक की अपने निकटवर्ती गांव नानोवाल जींदड़ के दलेर सिंह भल्ली पुत्र सतनाम सिंह, कुलविन्द्र सिंह काका पुत्र हरमेश सिंह तथा सिमरनजीत सिंह उर्फ जे.पी. पुत्र सुरिन्द्र सिंह के साथ गहरी दोस्ती थी। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा की पूछताछ दौरान यह सामने आया है कि इनमें से संदीप अक्सर अपने साथियों पर अपने बाहुबली होने की धौंस जमाता था और इनमें से कुलविन्द्र उर्फ काका संदीप की धौंस तथा धक्केशाही से खासा परेशान था, क्योंकि संदीप अक्सर ही कुलविन्द्र के साथ धक्का करता था। आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे संदीप की दादागिरी से काफी तंग थे।

गत दिनों गांव जींदड़ में एक विवाह समारोह था, जहां इन तीनों नौजवानों ने रात समय संदीप के साथ बैठ कर खूब शराब पी और उसका सुनसान जगह पर कत्ल करने की योजना बनाई। इस योजना के तहत वे गांव नानोवाल कलां के समीप निकलती सेम नहर के पुल पर संदीप को यह कह कर ले गए कि वहां मिलने के लिए उनकी कोई दोस्त आई है।

इसके बाद एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर दलेर तथा कुलविन्द्र काका घटनास्थल पर पहुंचे और सिमरनजीत जे.पी. भी संदीप को मोटरसाइकिल पर बिठाकर डे्रन के पुल पर पहुंच गया। कथित आरोपियों ने स्वीकार किया कि वहां पहुंच कर उनमें से कुलविन्द्र काके ने डांग से संदीप पर वार किए और फिर दलेर उर्फ भल्ली ने नलके की तेजधार हत्थी से उसके सिर पर वार किए। इसके बाद संदीप को उक्त तीनों नहर में फैंक कर गांव चले गए।

वर्णनीय है कि मरने वाले संदीप सिंह व उसके गांव के फेरोचेची के ही एक साथी अमनजोत सिंह ने गत वर्ष एक स्कूल के अध्यापक पर हमला कर दिन के समय लूटपाट की थी। संदीप का साथी अमनजोत सिंह भी गुरदासपुर में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाया गया था।

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